सत्यम कुमार/भागलपुर. शिक्षा विभाग लगातार बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए नए-नए हथकंडे अपना रहा है. शिक्षा विभाग के द्वारा जारी फरमान में अगर 15 दिन तक बच्चे विद्यालय नहीं पहुंचते हैं तो उनके नामांकन को रद्द कर दिया जाएगा और उन्हें टीसी दे दी जाएगी. इसको लेकर जिले में लगभग 15000 से अधिक बच्चों के नाम स्कूल से कट गए है. नाथनगर में कई जगहों पर इसको लेकर हंगामा भी हुआ. लेकिन प्रधानाध्यापक ने शिक्षा विभाग के फरमान का हवाला देकर किसी तरीके से मामले को शांत कराया.
वहीं, जगलाल उच्च विद्यालय के प्रधानाध्यापक सदाकत हुसैन ने बताया कि हम लोग रोज बच्चों को शाम में फोन करते हैं. यह फोन ऐसे बच्चों को किया जाता है जो स्कूल नहीं पहुंचते हैं. उनसे कारण पूछकर आने की सलाह भी देते हैं. जो बच्चे लगातार 15 दिन तक बिना किसी वजह के नहीं पहुंचते हैं, उनकी टीसी काट दी जाती है. अभी तक हम लोगों ने 6 बच्चों की टीसी काट दी है. लगातार हम लोग वैसे बच्चे को कॉल भी कर रहे हैं जो विद्यालय नहीं आ रहे हैं अगर वह अभी भी विद्यालय आ जाते हैं तो उनकी टीसी नहीं कटेगी. लेकिन अगर अब नहीं आएंगे तो मजबूरन मुझे ट्रांसफर सर्टिफिकेट देना होगा.
15,000 छात्रों के काटे गए नाम
ऐसे में खासकर वैसे बच्चे जो 10वीं में पढ़ाई कर रहे हो उनके लिए स्कूल आना काफी महत्वपूर्ण है. अगर उन्हें बीच में ट्रांसफर सर्टिफिकेट दे दिया जाता है तो वह 10वीं की परीक्षा देने से वंचित रह जाएंगे. वैसे बच्चों को यह सर्टिफिकेट मिलता है जो 15 दिन तक लगातार विद्यालय नहीं पहुंचते हैं. फोन करने के बाद भी संतोष जनक जवाब नहीं दिया जाता है. वहीं, जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार ने बताया कि लगभग 15,000 से अधिक बच्चों का नामांकन रद्द हो चुका है. उनका ट्रांसफर सर्टिफिकेट कट कर दिया गया. अगर बच्चे स्कूल नहीं आएंगे तो उनकी टीसी काट दी जाएगी.
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FIRST PUBLISHED : September 18, 2023, 12:14 IST