भविष्य का एनर्जी स्रोत है ‘सोलर पैनल’, यह युवक प्लांट लगा 12 लाख सालाना

दीपक कुमार/बांका: सोलर पैनल की डिमांड तेजी से बढ़ रही है. सोलर पैनल कमाई का भी बेहतर स्त्रोत बन रहा है. सरकार भी सोलर इनर्जी को लेकर कई योजनाएं संचालित कर रही है. कृषि से लेकर उद्योग विभाग तक सोलर पैनल पर अनुदान दे रही है. सोलर पैनल लगाकर धंधा भी कर सकते हैं. इससे बिजली बिल मुक्ति मिल जाएगी और कमाई भी बढ़ जाएगी.

बांका जिला के शंभूगंज प्रखंड अंतर्गत नरौन गांव के रहने वाले मिथिलेश कुमार सिंह ने सोलर पैनल चालित चूड़ा व मूढ़ी मिल के साथ मसाला और सरसों तेल पिराई का मशीन लगाया है. इससे अच्छी आमदनी भी कमा रहे हैं और कई लोगों को रोजगार भी दिया है.

17 लाख की लागत से लगाया है सोलर पैनल चालित मिल
मिल संचालक मिथिलेश सिंह के भाई गोविंद सिंह बताते हैं कि 8 साल से चूड़ा मिल चला रहे थे. इसी दौरान पता चला कि सोलर पैनल लगाने को लेकर सरकार स्कीम भी चला रही है. प्रधानमंत्री के सोलर पावर स्कीम के तहत अनुदानित दर पर 17 लाख में सोलर चालित चूड़ा मिल स्थापित किया.

उन्होंने बताया कि यह सफल रहा तो मूढ़ी, आटा चक्की, चावल मिल, मसाला और तेल पिराई वाली मशीन भी लगा लिया. सारा सिस्टम सोलर पैनल से हीं चलता है. खास बात यह है कि बिजली बिल के झंझट से मुक्ति मिल गई है. इसलिए लोगों को बाजार से सस्ते दर पर चूड़ा, मूढ़ी, आटा और मसाला उपलब्ध करा देते है. यहां आने वाले लोगों को इंतजार भी नहीं करना पड़ता है.

सालाना 12 लाख से अधिक की हो जाती है कमाई
गोविंद सिंह ने बताया कि सबसे अधिक सेल मूढ़ी और चूड़ा की है. यहां से चूड़ा और मूढ़ी तैयार कर पैकिंग के बाद बांका सहित मुंगेर जिला में बिक्री के लिए भेजते हैं. चूड़ा की बात करें तो सीजन में भारी मात्रा में तैयार की जाती है जबकि सामान्य दिनों में ऑर्डर के अनुसार तैयार करते हैं.

एक दिन में 20 क्विंटल तक तैयार कर लेते हैं. उन्होंने बताया कि सरकार की स्मीम का लोग लाभ लेकर खुद का ना सिर्फ उद्योग खड़ी कर सकते हैं बल्कि इससे मुनाफा भी कमा सकते हैं. इस धंधे से सालाना 12 लाख से अधिक की कमाई हो जाती है. आने वाले दिनों में इस धंधे को और विस्तारित करने का प्लान है.

Tags: Banka News, Bihar News, Local18

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *