भरतपुर की सुहागिनों को इस समय तक करना पड़ेगा चंद्रोदय का इंतजार

मनीष पुरी/भरतपुर. कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चंद्रोदय व्यापिनी चतुर्थी के दिन करवा चौथ का व्रत किया जाता है. इस वर्ष यह व्रत 1 नवम्बर को रखा जाएगा. गणेश चतुर्थी के व्रत की तरह ही पूरे दिन उपवास के बाद रात्रि में चंद्रमा को अर्घ्य देने के उपरांत ही भोजन या फलाहार का इस व्रत में भी विधान है.

करवा चौथ के व्रत को 12 या 16 वर्ष तक लगातार किया जाता है, इसके बाद इसका उद्यापन कर सकते हैं अथवा जो सुहागन स्त्रियां आजीवन करवा चौथ का व्रत रखना चाहती हैं. वह भी इस व्रत को कर सकती हैं. सनातन परंपरा के अलावा अन्य परंपराओं में विवाह को एक अनुबन्ध माना जाता है.
भरतपुर में व्रतधारी स्त्रियां रात्रि 9ः05 से 9ः30 तक चंद्रमा को आगे देखकर अपना व्रत खोल सकती हैं.

ज्योतिषाचार्य पंडित पुनीत शास्त्री के अनुसार आज का दिन मेष राशि के जातकों के लिए मिश्रित फल देने वाला है. वृषभ राशि के लिये भी मिश्रित फलदायी, मिथुन राशि के लिये शाम 4.15 तक थोड़ी परेशानी के बाद अच्छा फल देने वाला रहने की संभावना, कर्क राशि के लिये 4.15 तक सही फलदायी, सिंह एवं कन्या राशि के लिये पूरा दिन शुभ फलदायी रह सकता है.

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तुला राशि के लिये शाम 4.15 के बाद समय अच्छा रहने की संभावना है. वृश्चिक राशि के जातकों के लिये 4.15 तक अच्छा समय एवं चन्द्रोदय के बाद कष्टकारी रहने की संभावना है. धनु, मकर राशि वालों के लिए समय अच्छा रहेगा, कुंभ राशि वालों के लिये शाम 4.15 बजे के बाद समय थोड़ा कष्टकारी रह सकता है. राशि चक्र की अन्तिम राशि मीन के लिए भी शाम 4.15 के बाद समय कष्टकारी रहेगा.

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