ब्रेस्टफीडिंग छुड़वाने के बाद से बच्चों को ये 5 चीजें जरुर खिलाएं, दिमाग होगा तेज

हर किसी के माता-पिता चाहते हैं कि उनके बच्चे का दिमाग तेज हो और वो बुद्धिमान बने। हालांकि जब मां शिशु के 6 महीने के होने के बाद से उसे ब्रेस्टफीडिंग करवाना बंद या कम करती है तो बच्चे को हेल्दी खिलाने के लिए खाद्य पदार्थ देती हैं। लेकिन कई बार बच्चे की पोषण संबंधी जरुरतें पूरी नहीं हो पाती हैं। यह समय बच्चे के मस्तिष्क के विकास के लिए काफी महत्वपूर्ण होता है। इस समय आपको बच्चे के आहार में कुछ खास फूड्स शामिल करना चाहिए। इन फूड्स के जरिए बच्चों का दिमागी विकास में पोषण अहम भूमिका निभाता है और आप अपने बच्चे का दिमाग तेज करना चाहते हैं या उसकी याद्दाश्त कमजोर है, तो आप बच्चे की डाइट में शामिल करें ये फूड्स।

दालें

दाल में भरपूर मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है। इनमें जिंक, मैग्नीशियम और फौलिक एसिड होता है जो कि बच्चे के विकास के ग्रोथ के लिए जरुरी है। आप दाल को उबालकर या भाप में पका कर बच्चे को सूप के रुप में दे सकती हैं या फिर दाल को भिगोकर उसे पीस लें और फिर डोसा बनाकर बच्चों को खिलाएं।

अंडा

अंडे में प्रोटीन और कोलिन होता है जो शिशु के दिमाग के विकास में मदद करता है। जिन बच्चों के दांत नहीं निकले होते हैं, उनके लिए अंडे को मैश कर के खिलाना चाहिए। आप बच्चे को उबला अंडा भी खिला सकते हैं। इससे बच्चे को प्रोटीन मिलेगा जो उसकी ग्रोथ में काफी मदद मिलेगी।

हरी पत्तेदार सब्जियां

बच्चों से लेकर बड़ो के लिए भी काफी फायदेमंद होती हरी पत्तेदार सब्जियां लेनी चाहिए। इनमें आयरन और फोलिक एसिड काफी मात्रा में होती है जो शिशुओं के मस्तिष्क के विकास को बढ़ावा देता है। आप हरी सब्जी का खिचड़ी या सूप बनाकर बच्चे को दे सकती हैं।

दही

बच्चों का दिमाग तेज करने के लिए फूड्स में दही भी शामिल करें। गट के हेल्थ के लिए दही सबसे बेस्ट है। इससे दिमाग की कार्यप्रणाली को भी काफी मदद मिलती है। आप दही में आधा चम्मच अलसी या चिया के बीज मिलकर बच्चे को दे सकती हैं या इसे पीसकर पाउडर के रुप में दही में छिड़क सकती हैं।

शकरकंद

शकरकंद में बीटा कैराटीन से भरपूर होती है। यह आंखों की रोशनी को बढ़ाने में मदद करती है और इसमें सिंपल कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट भी होता है जो कि बच्चे के गट को हेल्दी माइक्रोफ्लोरा से भर देता है। यह बच्चों के लिए बेहद लाभकारी है।

डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

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