ब्रिटेन में जासूसी करते पकड़े गए 2 चीनी रिसर्चर, ऋषि सुनक ने की कड़ी आपत्ति

नई दिल्ली. ब्रिटेन में चीन के लिए जासूसी करने वाले दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार किए गए आरोपियों में से एक ब्रिटिश संसद हाउस ऑफ कॉमन्स का रिसर्चर बताया गया है जिसके पास संसद में आने-जाने के लिए पास हासिल किया हुआ था. ब्रिटेन की मीडिया के मुताबिक दिल्ली में जी20 के बीच आई इस खबर के बाद ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने ब्रिटेन की संसद में चीनी हस्तक्षेप को लेकर चीनी प्रधानमंत्री ली कियांग से इस पर बात की और कड़ा ऐतराज जताया.

ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक ने दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन के इतर एक अनियोजित बैठक में ली से मुलाकात की, जिसके कुछ घंटों बाद ब्रिटेन के संडे टाइम्स ने खुलासा किया कि रिसर्चर, जिसके वरिष्ठ कंजर्वेटिव सांसदों के साथ संबंध की बात सामने आ रही है, उसको एक अन्य व्यक्ति के साथ गिरफ्तार किया गया था.

ऋषि सुनक ने चीन को क्या कहा?
बैठक के बाद, सुनक ने कहा, “मैं स्पष्ट रूप से चल रही जांच की बारीकियों पर टिप्पणी नहीं कर सकता, लेकिन प्रीमियर ली के साथ मेरी बैठक के संबंध में मैंने जो विशेष रूप से कहा वह यह है कि मैंने कई अलग-अलग चिंताओं को उठाया है जिन पर हमारी असहमति है. विशेष रूप से, हमारे संसदीय लोकतंत्र में किसी भी हस्तक्षेप के बारे में मेरी गहरी चिंता है, जो स्पष्ट रूप से अस्वीकार्य है.

चीनी मीडिया ने क्या कहा?
द गार्जियन के अनुसार, सुनक ने कहा, ‘यह अपनी रक्षा करने, अपने मूल्यों और अपने हितों की रक्षा करने, चीन के प्रति अपने दृष्टिकोण को अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, जापान और अन्य जैसे हमारे सहयोगियों के साथ संरेखित करने की हमारी रणनीति का हिस्सा है.’ चीनी मीडिया के अनुसार, ली ने सुनक से कहा कि दोनों देशों को “असहमति को ठीक से संभालना चाहिए, एक-दूसरे के मूल हितों और प्रमुख चिंताओं का सम्मान करना चाहिए.”

गिरफ्तारी की खबर के बाद हुई बैठक
द गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार, बैठक निर्धारित नहीं थी, लेकिन गिरफ्तारी की खबर आने के बाद रविवार सुबह इसकी पुष्टि की गई. सुनक ने 20 मिनट की बैठक में सबसे पहले यही मुद्दा उठाया, जिस पर ली ने जवाब दिया कि दोनों देशों के बीच “राय में मतभेद” थे.

Tags: Britain News, China news, Rishi Sunak, World news

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