कैलाश कुमार/बोकारो. आजकल पढ़े -लिखे युवाओं द्वारा मोमो के या फिर फास्ट फूड के स्टॉल खोले जा रहे हैं. अच्छी खासी पढ़ाई करने के बावजूद अगर नौकरी ना मिले तो खुद का व्यापार करना अधिक पसंद कर रहे हैं.बोकारो के चास प्रखंड के मामरकुदर गांव के विनोद ने भी डिप्लोमा किया.पर सरकारी जॉब की अच्छी तैयारी के बावजूद परीक्षा में सफलता नहीं मिली तो फास्ट फूडवाला के नाम से बोकारो सेक्टर 2 सी में फास्ट फूड का स्टॉल खोल लिया. आज उनके फास्ट फूड को चखने लोग दूर-दूर से आते है.
स्टॉल के संचालक विनोद ने लोकल 18 से कहा कि वर्ष 2018 में मैने गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक धनबाद से डिप्लोमा इन मैकेनिकल की पढ़ाई पुरी कि थी.फिर 6 महीने उड़ीसा की जिंदल स्टील में जूनियर इंजीनियर के तौर पर काम किया. उन्होंने अगले 3 साल विभिन्न सरकारी परीक्षाओं की तैयारी की. मगर निराशा हाथ लगने के बाद उन्होंने खुद का बिजनेस शुरू करने का निर्णय लिया और बोकारो के कोऑपरेटिव मे डिप्लोमा फास्ट फूड वाला के नाम से स्टॉल खोलने का निर्णय लिया.
जीजा जी से सीखा फास्ट फूड बनाना
विनोद ने आगे कहा कि जब फास्ट फूड खोलने का निर्णय लिया तब मुझे फास्ट फूड बनाने नहीं आता था. इसके लिए मैंने अपने जीजा जी की मदद ली. आज हमारे दुकान में स्वादिष्ट चाऊमीन, अंडा रोल, और मंचूरियन मिलती है.जिसकी कीमत है 60 रुपए प्लेट व अंडा रोल की कीमत 50 रुपए है .उन्होंने बोल कि शुरुआत में पड़ोसी और रिश्तेदार द्वारा ताना दिया जाता था. लेकिन अनसुना कर लगन से काम करते रहा और आज सफलतापूर्वक फास्ट फूड के स्टॉल का संचालन कर अच्छी खासी आमदनी कर लेता हू. आज महीने के 40,000 तक कमाई हो जाती है.उन्होंने बताया कि मैं साधारण परिवार से तालुक रखता हू.जहां उनके पिता धर्म महतो किसान है वही मां शांति देवी आंगनवाड़ी में सेविका के तौर पर कार्य करती है. उनका मानना है कि विनोद परीक्षा की तैयारी करे और सरकारी नौकरी ले. वहीं विनोद ने आगे बताया कि सपना है कि हर कोई उनके फास्ट फूड स्टॉल के नाम से उन्हें पहचाने. अगर आप भी डिप्लोमा फूड स्टॉल में फास्ट फूड खाना चाहते हैं तो आ जाइए विनोद के स्टाल में. जो की शाम के चार से रात के 9:00 बजे तक खुला रहता है.
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FIRST PUBLISHED : October 30, 2023, 23:17 IST