कैलाश कुमार/बोकारो. कहा जाता है… शौक बड़ी चीज है. अब ये शौक किसी भी चीज का हो सकता है. झारखंड के बोकारो के सेक्टर 4 के सतीश को भी एक अजीब शौक है. सतीश रेजर ब्लेड यानी दाढ़ी बनाने वाले ब्लेड का संग्रह करते हैं. उनके पास भारतीय रेजर ब्लड का अनूठा संग्रह है. इस संग्रह के लिए इन्हें इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और एशिया बुक ऑफ़ रिकार्ड्स में से भी नवाजा गया है.
खास बातचीत में सतीश ने बताया कि अब तक उन्होंने सर्वाधिक 66 भारतीय रेजर ब्लेड संग्रह किए हैं. उन्हें पुरानी चीज संग्रह करने का जुनून बचपन से था. उनके पास सिक्के, डाक टिकट, अखबार , मैचबॉक्स जैसे कई पुरानी चीजें संग्रहित हैं. बताया कि लोगों को यह देखने में थोड़ा अजीब लगता था, लेकिन मुझे यह काम करने में बड़ा मजा आता है.
1992 से कर रहे संग्रह
सतीश ने बताया कि उन्हें रेजर ब्लेड संग्रह करने का शौक 1992 में लगा. जब उन्होंने विजय नामक अलग तरह का रेजर ब्लेड देखा. बस उसी दिन से उन्होंने रेजर ब्लेड के अनोखे कलर व डिजाइन पर संग्रह की शुरुआत कर दी. आज उनके पास वर्ष 1992 से लेकर 2023 तक के अलग-अलग ब्रांड के रेजर ब्लेड जैसे जिलेट, टोपाज, तेज, विलकिंसन, सेवेन अनेकों ब्लेड का संग्रह है.
दोस्तों की ली मदद
आगे बताया इन रेजर ब्लेड कलेक्शन के लिए उन्हें अपने दोस्तों की भी मदद लेनी पड़ी, जिससे दक्षिण भारत के पुराने ब्लेड पोर्श और निंजा को संग्रह करने में आसानी हुई. समय के साथ ब्लेड के स्वरूप में भी काफी बदलाव हुए हैं. आज ट्विन ब्लेड का सबसे अधिक चलन है. इसलिए वह इसे ऐतिहासिक धरोहर के तौर पर रखना चाहते हैं, ताकि नई पीढ़ी को इसकी जानकारी मिल सके.
सतीश की उपलब्धियां
इसके अलावा सतीश का 6 एशिया बुक ऑफ़ रिकार्ड्स और 6 इंडिया बुक ऑफ़ रिकार्ड्स में नाम दर्ज है. साथ ही रेजर ब्लेड के अलावा 20,000 डाक टिकट, समाचार पत्रों और बर्थडे कलेक्शन नोट का विशाल संग्रह है.
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FIRST PUBLISHED : October 18, 2023, 18:56 IST