मुंबई. साल 2017 के जश्न को महज 6 दिन ही बीते थे कि फिल्मी दुनिया में एक मातम छा गया. खबर थी कि दिग्गज अभिनेता ओम पुरी का 67 साल की उम्र में अंधेरी में निधन हो गया. इस खबर ने सिनेमा जगत में एक शोक की लहर ला दी. एक्टिंग का वो कोहीनूर जिसने 90 के दशक में हॉलीवुड फिल्मों में भी अपनी कलाकारी से भारत का नाम रोशन किया था.
ओम पुरी की आज हमारे बीच होते तो 73वां जन्मदिन मना रहे होते. आज ही के दिन पंजाब के अंबाला शहर में जन्मा एक्टिंग का ये राजकुमार भले ही हमारे बीच नहीं है, लेकिन उन्होंने अपने 40 साल के करियर में अभिनय की एक लंबी विरासत आने वाली पीढ़ियों के लिए छोड़ रखी है.

ओम पुरी को भारत सरकार ने सिनेमा में उनके अभूतपूर्व योगदान को लेकर पद्मश्री अवॉर्ड से भी सम्मानित किया. (फोटो साभार-Instagram@omrpuri)
ओम पुरी ने अपने साल 1976 में आई फिल्म ‘घासीराम कोतवाल’ (Ghasiram Kotwal) से अपना फिल्मी सफर शुरू किया था. फिल्मों और एक्टिंग के प्रति इतना जुनून था कि इस फिल्म के लिए ओम पुरी ने अपना मेहताना ‘मूंगफली’ के रूप में लिया था. इस फिल्म से पहले ही ओम पुरी एक्टिंग की दुनिया का बड़ा नाम बन गए थे. साल 1973 में नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (NSD) से पढ़ाई करने के बाद ओम पुरी थियेटर की दुनिया में अपनी कला को धार देते रहे.
असल सिनेमा और एक्टिंग के लिए समर्पित रहा पूरा जीवन
इसके बाद मेनस्ट्रीम और कमर्शियल फिल्मों की वजाय ओम पुरी ने असली सिनेमा को अपना जीवन समर्पित कर दिया. छोटा कद, दागदार चेहरा और भर्राती आवाज भी उनके टैलेंट के बीच दीवार नहीं बन पाई. ओम पुरी ने अपने क्लासमेट और पक्के दोस्त नसीरुद्दीन शाह के साथ बॉलीवुड फिल्मों का दूसरा सिरा पकड़ा और कला का ऐसा बीज बोया जो आज एक फलदार पेड़ बनकर लहलहा रहा है. जब बॉलीवुड में मेनस्ट्री सिनेमाई गलियों में एक्शन और रोमांस की धूम थी तो ओम पुरी ने आर्टिस्टिक और जमीन से जुड़ी फिल्में करने का चुनाव किया. यही फैसला उन्हें 10 साल बाद हॉलीवुड तक ले गया और यहां भी हॉलीवुड के दिग्गजों ने उनकी कला को प्रणाम किया. 1980 में आई फिल्म ‘भवानी’ (1980), ‘सदगति’ (1981), ‘अर्धसत्य’ (1982), ‘धारावी’ (1992) जैसी फिल्मों में अपनी एक्टिंग की गहरी छाप छोड़ी. इन फिल्मों में की गई ओम पुरी की एक्टिंग की धमक बॉलीवुड पहुंची और हॉलीवुड से भी उन्हें बुलावा आ गया.

कलात्मक सिनेमा के साथ ओम पुरी ने जब मेनस्ट्रीम सिनेमा के किरदारों को उठाया तो उन्हें नगीना बना दिया. (फोटो साभार-Instagram@omrpuri)
हॉलीवुड की कई बड़ी फिल्मों में काम कर लूटी वाहवाही
साल 1982 में रिलीज हुई फिल्म ‘गांधी’ में भी ओम पुरी ने अहम किरदार निभाया और ये फिल्म ऑस्कर जीतकर इतिहास रच गई. इसके साथ ही माई सन द फेंटास्टिक ( My Son the Fanatic (1997), ईस्ट इज ईस्ट (East Is East 1999) और द पेरोल ऑफिसर (The Parole Officer 2001) जैसी फिल्मों में कमाल का काम किया. इन फिल्मों में ओम पुरी की एक्टिंग पर हॉलीवुड के दिग्गजों ने भी उनकी प्रतिभा को प्रणाम किया. ओम पुरी ने बॉलीवुड की 325 से ज्यादा फिल्मों में अपनी एक्टिंग की चमक बिखेरी.

जब बॉलीवुड में मेनस्ट्री सिनेमाई गलियों में एक्शन और रोमांस की धूम थी तो ओम पुरी ने आर्टिस्टिक और जमीन से जुड़ी फिल्में करने का चुनाव किया.(फोटो साभार-Instagram@omrpuri)
कलात्मक सिनेमा के साथ ओम पुरी ने जब मेनस्ट्रीम सिनेमा के किरदारों को उठाया तो उन्हें नगीना बना दिया. ओम पुरी के कई किरदार आज भी युवाओं को प्रेरणा देते हैं. ओम पुरी ने अपने करियर में खूब काम किया और एक खुशहाल जिंदगी जीते रहे. साल 1993 में ओम पुरी ने पत्रकार नंदीता पुरी से शादी की. दोनों का एक बेटा ईशान भी है. ओम पुरी को भारत सरकार ने सिनेमा में उनके अभूतपूर्व योगदान को लेकर पद्मश्री अवॉर्ड से भी सम्मानित किया. इसके साथ ही कई फिल्म फेयर भी ओम पुरी ने अपने नाम किए. 6 जनवरी 2017 को ओम पुरी मुंबई के अंधेरी में अपने घर पर थे और इसी दौरान उन्हें हर्ट अटैक आया. हर्ट अटैक से ओम पुरी का 66 साल में निधन हो गया. लेकिन सिनेमा के इस सितारे का काम आने वाली कई पीढ़ियों को प्रेरणा देता रहेगा.
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Tags: Om Puri
FIRST PUBLISHED : October 18, 2023, 06:31 IST