बैरिस्टर गौहर बने इमरान की पार्टी के चेयरमैन: ऐलान के साथ ही विरोध शुरू; 8 फरवरी 2024 को जनरल इलेक्शन होंगे

लाहौर13 घंटे पहले

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गौहर खान को इमरान के सबसे करीबी साथियों में गिना जाता है। खान के करप्शन केस गौहर ही लड़ रहे हैं। (फाइल) - Dainik Bhaskar

गौहर खान को इमरान के सबसे करीबी साथियों में गिना जाता है। खान के करप्शन केस गौहर ही लड़ रहे हैं। (फाइल)

करप्शन केस में सजा काट रहे पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) को नया चेयरमैन मिल गया है। बैरिस्टर गौहर खान शनिवार को PTI चीफ चुने गए। इमरान ने जेल से उनके नाम का प्रस्ताव दिया था।

मशहूर वकील और इमरान के राजदार गौहर खान के चेयरमैन बनते ही उनका विरोध भी शुरू हो गया। पार्टी के फाउंडर मेंबर अकबर एस बाबर ने कहा- गौहर इलेक्टेड नहीं, बल्कि सिलेक्टेड चेयरमैन हैं। पाकिस्तान में 8 फरवरी 2024 को जनरल इलेक्शन होने हैं।

इमरान खान अगस्त से जेल में हैं। करप्शन केस में सजा होने के बाद वो पांच साल तक चुनाव नहीं लड़ सकते। (फाइल)

इमरान खान अगस्त से जेल में हैं। करप्शन केस में सजा होने के बाद वो पांच साल तक चुनाव नहीं लड़ सकते। (फाइल)

इलेक्शन कमीशन का दबाव था

  • इमरान खान अगस्त से जेल में हैं। करप्शन केस में सजा होने के बाद वो पांच साल तक चुनाव नहीं लड़ सकते। इलेक्शन कमीशन ऑफ पाकिस्तान ने PTI से कहा था कि वो जल्द से जल्द चेयरमैन का इलेक्शन कराए।
  • दो दिन पहले पार्टी के कुछ नेता इमरान से अडियाला जेल में मिले थे। इस दौरान इमरान ने ही बैरिस्टर गौहर खान का नाम चेयरमैन पद के लिए दिया था। शनिवार को इलेक्शन हुए और गौहर खान को निर्विरोध चुन लिया गया।
  • हालांकि, इस इलेक्शन का अभी से जबरदस्त विरोध शुरू हो गया है और इमरान खान के कई पूर्व करीबी गौहर खान को समर्थन देने के लिए कतई तैयार नजर नहीं आते। यही वजह है कि वो शनिवार को इस्लामाबाद में पार्टी हेडक्वॉर्टर भी नहीं पहुंचे।
चेयरमैन चुने जाने के बाद मीडिया से बातचीत में गौहर ने कहा- मैं इमरान का दूत हूं और वो जैसा चाहेंगे, वैसा किया जाएगा। (फाइल)

चेयरमैन चुने जाने के बाद मीडिया से बातचीत में गौहर ने कहा- मैं इमरान का दूत हूं और वो जैसा चाहेंगे, वैसा किया जाएगा। (फाइल)

मैं इमरान का दूत

  • मीडिया से बातचीत में गौहर ने कहा- मैं इमरान का दूत हूं और वो जैसा चाहेंगे, वैसा किया जाएगा। पाकिस्तान में 175 सियासी दल हैं। 1960 से इनके चुनाव हो रहे हैं, लेकिन हमसे जितनी जल्दबाजी में पार्टी चेयरमैन चुनने को कहा गया, वैसा किसी के साथ नहीं हुआ।
  • एक सवाल के जवाब में गौहर ने कहा- यह तय मानिए कि मैं और पार्टी किसी दबाव के आगे नहीं झुकेंगे। हमने मुल्क के विकास की कसम खाई है और हम यही काम आगे भी करेंगे। इमरान यही करना चाहते थे और इसी वजह से उन्हें जेल में डाल दिया गया।
  • 8 फरवरी को होने वाले चुनाव का जिक्र करते हुए गौहर ने कहा- नतीजे आएंगे तो दुनिया हैरान रह जाएगी। आप देखेंगे कि हमारे सामने कोई नहीं टिक सकेगा। अवाम हमारे साथ है। इसलिए हमें किसी की परवाह नहीं।
बिलावल भुट्टो शाहबाज सरकार में विदेश मंत्री थे। उनके पिता आसिफ अली जरदारी चाहते हैं कि बिलावल प्रधानमंत्री बनें। इसके लिए वो सियासी दांव-पेंच खेल रहे हैं। (फाइल)

बिलावल भुट्टो शाहबाज सरकार में विदेश मंत्री थे। उनके पिता आसिफ अली जरदारी चाहते हैं कि बिलावल प्रधानमंत्री बनें। इसके लिए वो सियासी दांव-पेंच खेल रहे हैं। (फाइल)

जरदारी की तैयारी
पाकिस्तान में आम चुनाव की तारीख सामने आ चुकी है। 8 फरवरी 2024 को वोटिंग होगी। इसके पहले आसिफ अली जरदारी की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) का अहम बयान सामने आया है।

PPP ने कहा है कि वो इलेक्शन के मद्देनजर दूसरी पार्टियों से गठबंधन कर सकती है। इसमें पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) भी शामिल है। इमरान अगस्त से जेल में हैं। उन्हें करप्शन केस में सजा सुनाई गई है।

कट्टर विरोधी रहे हैं इमरान और जरदारी

  • आसिफ अली जरदारी पूर्व राष्ट्रपति हैं। इमरान के दौर में कई विपक्षी नेताओं को जेल भेजा गया था। आसिफ अली जरदारी भी इनमें शामिल रहे हैं। पहले खबरें थीं कि PPP और नवाज शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग- नवाज (PML-N) अलायंस कर सकते हैं। कुछ दिन पहले जब नवाज शरीफ लंदन से पाकिस्तान लौटे तो जरदारी की सोच बदल गई।
  • दरअसल, जरदारी अपने बेटे बिलावल भुट्टो को प्रधानमंत्री की कुर्सी पर देखना चाहते हैं, लेकिन नवाज की वापसी ने सियासी पलड़ा PML-N की तरफ झुका दिया है। फौज भी नवाज के साथ नजर आ रही है। अदालतों से भी उन्हें वहीं राहत मिल रही है, जो पिछले इस साल जुलाई तक इमरान खान को मिलती थी। लिहाजा, अब पाकिस्तान की सियासत में बदलाव देखने मिल सकते हैं।
  • पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के सीनियर लीडर राणा फारूक सईद ने लाहौर में कहा- हम दूसरी पार्टियों के साथ चुनावी गठबंधन कर सकते हैं। इसमें PTI भी शामिल है, क्योंकि हमें नवाज की पार्टी PML-N से मुकाबला करना है।
पाकिस्तान की मीडिया में लगातार ये खबरें आ रहीं थीं कि इमरान खान पत्नी बुशरा को पार्टी चेयरमैन बनाना चाहते हैं। हालांकि, उन पर भी करोड़ों रुपए के करप्शन के आरोप हैं और किसी भी वक्त उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है। (फाइल)

पाकिस्तान की मीडिया में लगातार ये खबरें आ रहीं थीं कि इमरान खान पत्नी बुशरा को पार्टी चेयरमैन बनाना चाहते हैं। हालांकि, उन पर भी करोड़ों रुपए के करप्शन के आरोप हैं और किसी भी वक्त उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है। (फाइल)

इलेक्शन कमीशन और अदालतों को इशारों में धमकी

  • PPP लीडर राणा फारूक सईद के बयान में एक और अहम बात है। उन्होंने कहा- सियासी गठजोड़ बनते और टूटते रहते हैं। इसमें कोई नई बात नहीं है, लेकिन निजी रंजिश की कोई गुंजाइश सियासत में नहीं होनी चाहिए। अगर इलेक्शन में किसी पार्टी को हिस्सा लेने से रोका गया तो हम चुनाव के नतीजों को कबूल नहीं करेंगे।
  • अब इसके मायने समझिए। दरअसल, 9 मई को पाकिस्तानी फौज और ISI के साथ ही मुल्क के कुछ ऐतिहासिक महत्व के संस्थानों पर हमले हुए थे। 14 लोगों की मौत हुई थी। हमले का इलजाम सीधे तौर पर इमरान की पार्टी PTI पर लगा।
  • PTI के 1200 से ज्यादा नेताओं और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया। कुछ पर मिलिट्री कोर्ट्स में केस चल रहे हैं। इमरान भी इस केस में आरोपी हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक- इलेक्शन कमीशन 9 मई हिंसा मामले में PTI को बतौर पॉलिटिकल पार्टी हिस्सा लेने से रोक सकता है।
  • अगर ऐसा होता है तो पीपीपी को कोई सहयोगी पार्टी गठबंधन के लिए नहीं मिलेगी और नवाज की PML-N को एक तरह से वॉकओवर मिल जाएगा। पीपीपी का सिंध के बाहर ज्यादा वोट बैंक भी नहीं है। उसे लगता है कि हारने से पहले ही वो इलेक्शन कमीशन और अदालतों को दबाव में ले आए।

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