अरविंद शर्मा/ भिण्ड. जिले में एक ऐसा भी संघठन है, जिनके सदस्य जन्मदिन पर केक काटने की जगह गाय को चारा खिलाते है. इसके अलावा शहर में बीमारी से पीड़ित सभी का इलाज जगह पर जाकर करता है. यह सगंठन जिला में पिछले तीन साल से काम कर रहा है. इस संघठन करीबन 30 लोग काम करते हैं. दरसल भिण्ड जिले के सोहन भदौरिया की टीम अपना जन्मदिन पर केक नही काटती बल्कि टीम के साथ मिलकर गांव में गाय के लिए जाकर चारा तलाशते है,फिर उसको गाय को खिलाते है. यह कार्य पिछले तीन साल से करते आ रहे है,जिससे अब इनकी टीम में करीबन 30 लोग शामिल है. यह टीम भिंड जिले में अलग-अलग जगह पर गाय की सेवा करती है.
भिंड जिले में आदित्य भदौरिया बताते है हम दो साल पहले अपना जन्मदिन धूमधाम से मना रहे थे, उस वक्त अचानक मेरे से थोड़ी दूर देखा एक गाय भूख और प्यास से तड़प रही थी और मुझे लगा की मेरे द्वारा धूमधाम से भोजन किया जा रहा. गाय भूख से तड़प रही थी, उसी दिन से हमने सोच ली अब जन्मदिन पर गाय भी हमारे साथ होगी, तब से आज तक लगातार अपना जन्मदिन पर गाय को चारा काटने जाते है.
“लंपी वायरस पर खुद किया इलाज”
एक साल पहले अचानक लंपी वायरस आया, तभी कई गाय की इसके चपेट में आने से मौत हो रही थी. उस वक्त दो लोगो ने इसकी शुरुआत की. सामाजिक कार्य देखते देखते आज हमारे इस टीम में 30 लोग जुडे है.
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FIRST PUBLISHED : September 24, 2023, 17:03 IST