बेशर्मी की हदें पार… रो-रोकर बिलखती रही शहीद Captain Shubham Gupta की मां, घर पहुंचकर भाजपा नेता खिंचवाते रहे तस्वीरें

जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में मुठभेड़ के दौरान शहीद हुए पांच जवानों को सेना और पुलिस ने शुक्रवार को सुबह श्रद्धांजलि अर्पित की। दरमसाल के बाजीमल इलाके में बुधवार और बृहस्पतिवार को सुरक्षा बलों के साथ 36 घंटे तक चली मुठभेड़ में अफगानिस्तान में प्रशिक्षित लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के एक शीर्ष कमांडर सहित दो आतंकवादी मारे गये। इस दौरान दो कैप्टन सहित पांच सैनिक भी शहीद हो गये। इन्ही में से एक कैप्टन शुभम गुप्ता भी थे। कैप्टन शुभम गुप्ता के शहीद होने की खबर  जैसे ही उनके घर पहुंची उनके घर पर मातमम पसर गया। परिवार का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। इस बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कैप्टन शुभम गुप्ता को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके परिजनों के लिए 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता की घोषणा की है। आगरा के लोकसभा सदस्य केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री एस पी सिंह बघेल शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना प्रकट करने के लिए फतेहपुर सिकरी (आगरा ग्रामीण) के सांसद राजकुमार चहार और अन्य स्थानीय नेताओं के साथ उनके घर पहुंचे। 

इसके बात एक सोशल मीडिया पर कैप्टन शुभम गुप्ता के घर की एक वीडियो वायरल हुई। वीडियो आपको काफी असहज कर सकती है। कैप्टन शुभम गुप्ता की मां का रो-रोकर बुरा हाल था ऐसे में कुछ नेता शुभम का मां को 50 लाख का चेक पकड़ाते हुए फोटो खिचवा रहे हैं। कांग्रेस ने शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए एक शहीद सैनिक की दुखी मां के साथ फोटो खिंचवाने का आरोप लगाया। कांग्रेस ने कहा कि इस तरह के “सार्वजनिक प्रदर्शन” से बचने की मां की अपील के बावजूद भाजपा नेता तस्वीरें खींचने में लगे रहे। सोशल मीडिया पर विपक्षी नेताओं द्वारा साझा किए गए एक वीडियो में, कैप्टन शुभम गुप्ता की मां को यह कहते हुए सुना जा सकता है, “ये दर्शनी मत लगाओ” (यह सार्वजनिक प्रदर्शन न करें), जबकि उत्तर प्रदेश के मंत्री योगेंद्र उपाध्याय एक चेक सौंपने का प्रयास कर रहे हैं। 

वीडियो को एक्स पर शेयर करते हुए कांग्रेस पार्टी ने लिखा “गिद्ध”। शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने इसे “हृदयहीन” कार्रवाई बताते हुए कहा, “दर्शनी मत’, मां गमगीन होकर गुहार लगा रही है, फिर भी मंत्री अपना फोटो सेशन जारी रखे हुए हैं। यह कैसी बेशर्मी है? हम अनुमति भी नहीं देंगे शहीद का परिवार कैमरों के बिना शांति से शोक मनाएगा।”

आम आदमी पार्टी (आप) के सांसद राघव चड्ढा ने कहा, ‘बीजेपी में बी का मतलब बेशरम और पी का मतलब पब्लिसिटी होना चाहिए।’उन्होंने एक्स पर लिखा “कैप्टन शुभम गुप्ता ने राजौरी सेक्टर में एक मुठभेड़ के दौरान कर्तव्य का पालन करते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया। उनकी मां दुखी हैं और बेसब्री से अपने बेटे के पार्थिव शरीर का इंतजार कर रही हैं। उनके गमगीन दुख के बीच, यूपी सरकार के भाजपा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय बेशर्मी से अपनी बात पर कायम हैं। अपने पीआर के लिए एक तस्वीर खींचना – यह, माँ की उसके दुःख को तमाशा न बनाने की अपील के बावजूद। शर्म की बात है।

जम्मू-कश्मीर के राजौरी में बुधवार और गुरुवार को आतंकवादियों के साथ दो दिवसीय मुठभेड़ में शहीद हुए पांच सैन्यकर्मियों में उत्तर प्रदेश के आगरा के कैप्टन शुभम गुप्ता भी शामिल थे। एक सरकारी वकील के बेटे कैप्टन गुप्ता 2015 में सेना में शामिल हुए और 2018 में सेना की विशिष्ट पैराशूट रेजिमेंट की नौवीं बटालियन में शामिल हो गए, जिसे 9 पैरा एसएफ (विशेष बल) के रूप में जाना जाता है। मुठभेड़ में शहीद हुए अन्य सैन्य अधिकारियों में कैप्टन एमवी प्रांजल, कैप्टन शुभम गुप्ता, हवलदार अब्दुल माजिद, लांस नायक संजय बिष्ट और पैराट्रूपर सचिन लौर शामिल हैं। सुरक्षा अधिकारियों ने एक शीर्ष कमांडर समेत लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकवादियों को भी मार गिराया।

शुभम 2015 में सेना में भर्ती हुए थे। उन्हें 2018 में कमीशन मिला था। उनकी पहली तैनाती ऊधमपुर में हुई थी। शुभम से दिवाली पर परिवार के लोगों ने वीडियो कॉल पर बात की थी। तब उन्होंने अगले सप्ताह आने की बात कही थी। वह 27 साल के अविवाहित थे। वह छह महीने पहले आगरा आए थे। परिवार के साथ आगरा में शुभम ने अपना 26 वां जन्मदिन मनाया था। यहां प्रतीक एन्क्लेव में रहने वाले कैप्टन शुभम गुप्ता के पिता जिला शासकीय अधिवक्ता बसंत गुप्ता की आंखें नम हैं और गला भरा हुआ है। उनका कहना है कि दो दिन पहले बेटे से बात हुई थी, तब उसने बताया था , ‘‘मैं एक बड़े मिशन पर हूं। मिशन पूरा होने के बाद मैं शादी कर लूंगा।’’ बसंत गुप्ता ने कहा, ‘‘मैं जब भी बेटे से कहता था कि अब शादी कर लो तो वह कहता था कि बड़ा काम है, पूरा होने के बाद शादी करुंगा। ’’ कैप्टन शुभम गुप्ता का पार्थिव शरीर कल यानी शुक्रवार को आगरा लाये जाने की उम्मीद है। उनका अंतिम संस्कार पैतृक गांव कुआं खेड़ा में होगा। स्थानीय निवासी जय भारद्वाज ने कहा, ‘‘यह हमारे शहर के लिए बहुत बड़ी क्षति है। ईश्वर उनके परिवार को यह भारी नुकसान सहने की शक्ति प्रदान करे। कैप्टन शुभम गुप्ता ने इतनी कम उम्र में देश के लिए अपना जीवन बलिदान कर पूरे शहर को गर्व से भर दिया है।



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