बेटा घोटाले में तो पिता हत्या के मामले में जा चुके हैं जेल, झारखंड में अबतक 3 CM गए सलाखों के पीछे

हाइलाइट्स

बुधवार की रात को जमीन घोटाला मामले में ईडी ने हेमंत सोरेन को गिरफ्तार कर लिया.
हेमंत सोरेन के अलावा झारखंड में सीएम रहते हुए मधु कोड़ा और शिबू सोरेन को भी गिरफ्तार किया गया था.

रांचीः जमीन घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने हेमंत सोरेन को गिरफ्तार कर लिया है. बुधवार की देर रात को हेमंत सोरेन राजभवन पहुंचे और अपना इस्तीफा सौंपा. इसके बाद साढ़े नौ बजे ईडी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया. हालांकि झारखंड में ऐसा पहली बार नहीं हुआ है, जब झारखंड में किसी मुख्यमंत्री की गिरफ्तारी हुई हो. इससे पहले भी कई सीएम गिरफ्तार हो चुके हैं. मुख्यमंत्रियों की गिरफ्तारी की लिस्ट में हेमंत सोरेन तीसरे नंबर पर हैं. क्योंकि इससे पहले दो सीएम गिरफ्तार हुए थे. इनमें मधु कोड़ा और शिबू सोरेन का नाम प्रमुख है.

मधु कोड़ा
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा को उनके कार्यकाल के दौरान भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार किया गया था. उनपर मनी लॉन्ड्रिंग के साथ-साथ आय से अधिक संपत्ति जमा करने के भी आरोप थे. मधु कोड़ा कथित तौर पर एक खनन घोटाले में शामिल थे और उनपर रिश्वत के बदले खनन का ठेका देने का आरोप लगाया था. रिपोर्ट के अनुसार मधु कोड़ा और उनके सहयोगियों ने करीब 4,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई की थी.

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साल 2009 में मधु कोड़ा को गिरफ्तार किया था और फिर 2013 में उन्हें रिहा कर दिया गया था. साथ ही मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में 144 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क कर ली गई थी और फिर साल 2017 में उन्हें दोषी ठहराया गया और 25 लाख रुपये के जुर्माने के साथ तीन साल की जेल की सजा हुई थी.

शिबू सोरेन
मधु कोड़ा से पहले हेमंत सोरेन के पिता और झारखंड के पूर्व सीएम शिबू सोरेन को 1994 में उनके निजी सचिव शशि नाथ झा के अपहरण और हत्या के मामले में शामिल होने के आरोप में साल 2006 में दिल्ली की एक अदालत ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी. वहीं अगस्त 2007 में दिल्ली हाईकोर्ट ने ठोस सबूत नहीं पेश करने पर सीबीआई को फटकार लगाई थी.

बेटा घोटाले में तो पिता हत्या के मामले में जा चुके हैं जेल, झारखंड में अबतक 3 CM गए सलाखों के पीछे

इस दौरान शिबू सोरेन को बरी कर दिया गया था. अप्रैल 2018 में सुप्रीम कोर्ट ने अपने निजी सचिव की हत्या के मामले में शिबू सोरेन को बरी करने का फैसला बरकरार रखा था. बता दें कि 15 नवंबर साल 2000 को बिहार से अलग होकर झारखंड राज्य का गठन हुआ था. इस दौरान राज्य के लोगों ने 6 मुख्यमंत्रियों के शासन के साथ-साथ तीन बार राष्ट्रपति शासन भी देखा है.

Tags: Hemant soren, Jharkhand news, Shibu soren

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