भोपाल. बात बनते बनते बिगड़ गयी और नारायण त्रिपाठी खाली हाथ सतना लौट गए. बीजेपी छोड़ चुके हैं और कांग्रेस का हाथ मिला नहीं. मैहर से बीजेपी के विधायक रहे नारायण त्रिपाठी के कांग्रेस में आने की अटकलें थीं. कमलनाथ और कांग्रेसियों से नजदीकी के कारण ये कयास लगाए जा रहे थे. लेकिन नारायण त्रिपाठी फिलहाल अभी किसी दल में नहीं हैं.
बीजेपी से बेघर हुए नारायण त्रिपाठी को फिलहाल कांग्रेस का साथ नहीं मिला. मैहर के चर्चित विधायक अपने बयानों और अपनी ही पार्टी लाइन के खिलाफ चलने के कारण वो हमेशा चर्चा में रहते हैं. इस बार टिकट कटा तो खबर थी कि नारायण त्रिपाठी कांग्रेस में शामिल होने वाले हैं. बीजेपी से इस्तीफे ने इन अटकलों को बल दिया. त्रिपाठी ने इस्तीफा तो दे दिया और भोपाल आ गए. पूरी संभावना थी कि वो कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं. लेकिन बात बन नहीं पायी और फिलहाल नारायण त्रिपाठी खाली हाथ लौट गए.
नहीं बनी बात
बताया जा रहा है नारायण त्रिपाठी कांग्रेस में शामिल होने के लिए जो शर्ते रख रहे थे वो कांग्रेस को मंजूर नहीं थीं. उन शर्तों से कांग्रेस ने किनारा कर लिया. कांग्रेस से सहमति नहीं बन पाने के कारण नारायण त्रिपाठी उलझ गए. मैहर से टिकट कटने के बाद बीजेपी छोड़ने वाले विधायक नारायण त्रिपाठी ने 16 अक्टूबर को कांग्रेस का हाथ थामने का इशारा किया था. वो भोपाल तो आए लेकिन कांग्रेस ज्वाइन नहीं की.
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10 सीटों की मांग
पता चला है कि नारायण त्रिपाठी ने विंध्य में दस से ज्यादा सीट मांगी थीं. लेकिन कांग्रेस ने ये शर्त मानने से इंकार कर दिया. इसलिए सोमवार शाम ही नारायण त्रिपाठी मैहर लौट गए.
4 बार अलग अलग पार्टी से विधायक
नारायण त्रिपाठी मध्य प्रदेश के एकमात्र ऐसे विधायक हैं जो अलग अलग पार्टी से विधायक रहे. वो समाजवादी पार्टी, कांग्रेस और बीजेपी से कुल 4 बार विधायक रह चुके हैं. वो उस वक्त काफी चर्चा में आए थे जब विधानसभा में उन्होंने पार्टी लाइन से अलग जाकर एक विधेयक के समर्थन में कांग्रेस के पक्ष में वोट दिया था. उसके बाद वो लगातार कमलनाथ के संपर्क में रहे और कई कांग्रेसियों से नजदीकी रही.
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FIRST PUBLISHED : October 17, 2023, 16:14 IST