नई दिल्ली. घर से बच्चे के अचानक लापता होने के बाद परिजनों का बुरा हाल हो गया. परिजनों ने बच्चे को खोजने की हर संभव कोशिश की, उसका कहीं कुछ पता नहीं चला. बीते दिनों बिहार से लापता हो रहे बच्चों की खबरों की वजह से यह परिवार बेहद घबरा गया. घबराए परिजनों ने इस बाबत पुलिस को जानकारी दी. पुलिस ने भी तत्परता दिखाते हुए बच्चे की तलाश शुरू की. इसी बीच, बच्चे का एक अनजान नंबर से अपने परिजनों को फोन किया, लेकिन बातचीत पूरी नहीं हो पाई. बिहार पुलिस ने इसी अनजान नंबर की मदद से बच्चे की तलाश शुरू कर दी. कुछ ही घंटों में दिल्ली के लालकिला के समीपवर्ती इलाके तक पहुंच गई.
दरअसल, यह मामला बिहार के दरभंगा जिले के अंतर्गत आने वाले सहसराय की है. शहर में रहने वाले एक परिवार ने बहादुरपुर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई कि उनका बच्चा अचानक लापता हो गया है. इस बाबत बिहार पुलिस ने आईपीसी की धारा 363/365 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी. जांच के दौरान, बिहार पुलिस को अनजान मोबाइल की जीपीएस लोकेशन दिल्ली के लालकिले इलाके में मिली. इसके बाद, बिहार पुलिस ने उत्तरी दिल्ली जिला पुलिस से मदद मांगी और मामले के जांच अधिकारी को दिल्ली के लिए रवाना कर दिया गया.
उत्तरी जिला पुलिस उपायुक्त मनोज कुमार मीना के अनुसार, बिहार पुलिस से मिली जानकारी को तत्काल कोतवाली थाना पुलिस के साथ साझा की गई. मामले की गंभीरता को देखते हुए कोतलावी एसएचओ जगत सिंह के देखरेख में टीम गठित की गई और बच्चे की तलाश शुरू कर दी गई. मोबाइल के जीपीएस लोकेशन को एक बार फिर से ट्रैक किया गया और पुलिस उस शख्स तक पहुंचने में सफल हो गई कि जिसके मोबाइल से फोन किया गया था. यह मोबाइल एक ऑटो चालक था. आटो चालक ने पुलिस को जो बताया उसके बाद पुलिस की मुश्किलें घटने की बजाय बढ़ गईं.
यह भी पढ़ें: दिल्ली में मां का रो-रो कर था बुरा हाल, उधर प्रतापगढ़ में चाय बेच जी रहा था 6 साल का मासूम, तभी आफत…
लाल किले से लेकर चांदनी चौक तक चला पुलिस का सर्च ऑपरेशन
डीसीपी मनोज कुमार मीणा ने बताया कि ऑटो चालक से बातचीत के आधार पर पता चला कि बच्चा लाल किले से चांदनी चौक इलाके के बीच है. जिसके बाद, कोलवाली थाना पुलिस की कई टीमों को बच्चे की तलाश में लगा दिया गया. लंबी कवायद के बाद आखिरकार पुलिस बच्चे तक पहुंचने में सफल हो गई. पुलिस बच्चे को सकुशल अपने साथ लेकर पुलिस स्टेशन आ गई और फिर उसे मनोवैज्ञानिक पहलुओं को ध्यान में रखते हुए बातचीत का सिलसिला शुरू हुआ.
बातचीत में बच्चे ने पुलिस को बताया कि 27 दिसंबर को उसके चाचा ने किसी बात पर उसे बुरी तरह से डांट दिया. चाचा की डांट बच्चे से बर्दाश्त नहीं हुई और उसने घर छोड़ने का फैसला कर लिया. घर से निकलने के बाद वह पटना रेलवे स्टेशन पहुंचा और पुरानी दिल्ली जाने वाली ट्रेन में बैठ गया. बच्चा यह सोच कर घर से निकला था कि उसके मामा नोएडा में रहते हैं और वह किसी न किसी तरह अपने चाचा तक पहुंच जाएगा. तमाम कोशिशों के बावजूद वह अपने मामा के घर तक नहीं पहुंच पाया और वह वापस लालकिले के पास आ गया.
यह भी पढ़ें: कौन है वह आईपीएस अधिकारी, जिसे केंद्र सरकार ने बताया ‘हार्डकोर ऑफिसर’, और सौंप दी इस फोर्स की कमान
बच्चे को उसके परिजनों तक पहुंचाने में सफल रही दिल्ली पुलिस
पुरानी दिल्ली इलाके में रात में ठहरने का ठिकाना खोज ही रहा था, तभी दिल्ली पुलिस की टीम उसे खोजते हुए वहां पहुंच गई. दिल्ली पुलिस ने परिजनों से बातकर बच्चे के मामा को कोतवाली पुलिस स्टेशन बुलाया. पहचान सुनिश्चित करने के बाद पुलिस ने बच्चे को उसके मामा के हवाले कर दिया. डीसीपी मनोज कुमार मीना के अनुसार, अभी तक की जांच में इस मामले में किसी तरह की आपराधिक साजिश की बात सामने नहीं आई है.
यह भी पढ़ें: कौन हैं CRPF के नए DG अनीस दयाल सिंह, IB में रह कर चुके हैं कई सेंस्टिव ऑपरेशन, भाई हैं इलाहाबाद हाईकोर्ट में जज
बीते कुछ समय में बिहार से बच्चों के लातपा हाेने के मामले
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 27 दिसंबर 2023 को डीएमसीएच से बच्चा चोरी होने की बात सामने आई थी. 19 दिसंबर 2023 को बिहार के सीतामढ़ी के एक प्राइवेट स्कूल के हॉस्टल से एक बच्चा लापता हो गया था, जिसे कुछ घंटे बाद पुलिस ने खोज निकाला था. दरभंगा के बिरौला थाने से लातपा हुई महिला को हरियाणा से बरामद किया गया था. इसके अलावा, 14 अप्रैल 2023 को बिहार के बेगुसराय से लापता हुई 16 वर्षीय बच्ची को दरभंगा से रेस्क्यू किया गया था.
.
Tags: Bihar police, Crime News, Delhi police, Young missing
FIRST PUBLISHED : December 30, 2023, 18:05 IST