पटना. बिहार में रेत खनन का मामल हमेशा से काफी हाई-प्रोफाइल रहा है. अवैध तरीके से बालू खनन और उठान का मामला तमाम कोशिशों के बावजूद नहीं रुक पा रहा है. कई बार तो अवैध तरीके से रेत खनन का मामला खूनी संघर्ष तक में बदल जाता है. प्रदेश सरकार की ओर से इस तरह की घटनाओं और सरकारी राजस्व को चपत लगाने की कोशिशों से निपटने का प्रयास समय-समय पर किया जाता है. इसी दिशा में एक बार फिर से सरकार ने बालू घाटों की नीलामी करने की घोषणा की है. ई-नीलामी के लिए तिथि भी घोषित कर दी गई है.
जानकारी के अनुसार, बिहार में बालू घाटों की नीलामी इसी महीने से शुरू हो जाएगी. सरकार ने इसके लिए तिथि भी तय कर दी है. रेत खनन के लिए घाटों की ई-नीलामी की जाएगी. 15 जनवरी 2024 से पहले 200 नए बालू घाटों की ई-नीलामी की जाएगी. यहां यह दिलचस्प है कि 29 जिलों में 267 बालू घाटों की पहले ही नीलामी की जा चुकी है, लेकिन महज 60 घाटों पर ही रेत का खनन किया जा रहा है. 207 घाटों से अभी भी रेत का खनन नहीं किया जा रहा है. 200 से ज्यादा बालू घाटों से रेत खनन के लिए खनन योजना से सहमति मांगी गई है. बताया जा रहा है कि 200 बालू घाटों के मामले में लोक सुनवाई हो चुकी है.
खान एवं भूतत्व विभाग की ओर से जिलों के खनिज विकास पदाधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि जो बालू घाट अब तक नीलामी से वंचित हैं, उनके लिए जिला सर्वेक्षण रिपोर्ट में संशोधन कर सहमति प्राप्त कर ली जाए. इसके बाद नीलामी प्रक्रिया पूरी करें. बिना किसी कारण नीलामी वाले घाटों से खनन शुरू नहीं होने पर संबंधित जिले के पदाधिकारियों पर कार्रवाई करने की चेतावनी भी जिलों को दी गई है.
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Tags: Bihar News, Sand Mining
FIRST PUBLISHED : January 11, 2024, 11:10 IST