बिहार में विभागों का हुआ बंटवारा, CM नीतीश को मिले कुल 5 मंत्रालय; जानें

Patna:

Bihar Political News: एक तरफ बिहार की सियासत दिन-ब-दिन गर्म होती नजर आ रही है तो वहीं दूसरी तरफ बिहार में नई सरकार तो बन गई थी लेकिन विभागों का बंटवारा नहीं हो पा रहा था, जिसको लेकर सियासत भी तेज थी. वहीं बढ़ते सियासी घमासान को देखते हुए बिहार कैबिनेट में विभागों का बंटवारा कर दिया गया है. बता दें कि सीएम नीतीश ने कुल 5 मंत्रालय अपने पास रखे हैं, जबकि डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और डिप्टी सीएम विजय सिन्हा को 9-9 विभाग दिए गए हैं. इस सीट बंटवारे में बीजेपी के पास 23 विभाग रहेगा. वहीं 19 विभाग जेडीयू के पास रहेगा, दो विभाग ‘हम’ के पास और एक विभाग निर्दलीय विधायक के पास रहेगा. बता दें कि 28 जनवरी को सीएम नीतीश समेत 8 नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली थी.

सीएम नीतीश के पास रहेगा गृह विभाग

आपको बता दें कि गृह विभाग सीएम नीतीश कुमार के पास ही रहेगा. डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी को वित्त, स्वास्थ्य, नगर विकास और आवास, उद्योग जैसे अहम विभाग मिले. वहीं डिप्टी सीएम विजय सिन्हा को कृषि, पथ निर्माण, राजस्व और भूमि सुधार, खान और भूतत्व विभाग जैसे अहम विभाग मिले. नीतीश के करीबी जेडीयू कोटे के मंत्री विजय चौधरी को शिक्षा विभाग मिला है और वह संसदीय कार्य मंत्री भी बने रहेंगे. ऊर्जा विभाग पहले की तरह जेडीयू के पास ही रहेगा. विजेंद्र यादव को ऊर्जा के साथ-साथ ग्रामीण कार्य एवं अल्पसंख्यक विभाग भी मिला है.

मंत्री प्रेम कुमार को मिला 5 मंत्रालय

इसके साथ ही आपको बता दें कि मंत्री प्रेम कुमार को बीजेपी की ओर से 5 मंत्रालय मिले हैं, जिसमें, ”पिछड़ा अति पिछड़ा वर्ग कल्याण, सहकारिता विभाग, पर्यावरण जलवायु परिवर्तन, पर्यटन समेत कुल 5 मंत्रालय मिला.” वहीं जेडीयू से मंत्री श्रवण कुमार को ग्रामीण विकास समाज कल्याण खाद्य मंत्रालय मिला है. साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के बेटे संतोष सुमन को अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति कल्याण, सूचना प्रावैधिकी विभाग मिला है. निर्देलीय विधायक सुमित सिंह को विज्ञान प्रावैधिकी तकनीकी शिक्षा विभाग दिया गया है. वहीं, गृह विभाग को लेकर भी कई तरह की चर्चाएं चल रही थीं, लेकिन गृह विभाग सीएम नीतीश के पास ही रहेगा. बता दें कि इसके बाद सीएम नीतीश कुमार ने विभागों के बंटवारे को लेकर फाइल राज्यपाल के पास भेज दी है. राज्यपाल की मंजूरी मिलने के बाद कैबिनेट सचिवालय की ओर से इसकी अधिसूचना जारी की जाएगी. 

12 फरवरी को शुरू होगा बजट 

आपको बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की इस पहल के बाद मंत्रियों को बिहार विधानसभा के बजट सत्र की तैयारी के लिए समय मिल जाएगा, जबकि बजट सत्र 12 फरवरी से शुरू होगा और 1 मार्च तक चलेगा. वहीं 12 फरवरी को राज्यपाल का अभिभाषण होगा. साथ ही विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग और नए विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा. इससे पहले 12 फरवरी को 11.30 बजे बजट सत्र में राज्यपाल का अभिभाषण होगा. वहीं, विधान मंडल के सत्र के पहले दिन सरकार के द्वारा विश्वास मत प्रस्ताव पेश करेगी और 13 फरवरी को विधान मंडल में बजट पेश करेगी. हालांकि, इस बार बजट सत्र बेहद छोटा होगा और सिर्फ 11 कार्य दिवसों में आयोजित किया जाएगा.

बजट सत्र की हो रही काफी चर्चा

इसके साथ ही आपको बता दें कि इस बार बजट सत्र काफी हंगामेदार रहने वाला है क्योंकि विपक्ष भी काफी मजबूत स्थिति में है. विपक्ष के पास 114 विधायक हैं. इसमें बड़ी वजह यह है कि नई सरकार का गठन हुआ है और राजद महागठबंधन के विधायक नौकरी और जाति आधारित गणना सहित कई मुद्दों पर सरकार को घेरने का प्रयास करेगी. पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पहले ही कह चुके हैं कि विधानसभा में अभी खेल बाकी है. अब देखना होगा कि इस 11 दिनों के बजट सत्र में बिहार की जनता के लिए क्या होने वाला है या पूरा 11 दिनों का सत्र हंगामें की भेंट चढ़ जाएगा.

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