बिहार के इस यूनिवर्सिटी में एक क्लिक पर मिलेगी छात्रों की सारी जानकारी

गौरव सिंह/भोजपुर. वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय का परीक्षा विभाग आने वाले कुछ समयों में पूरी तरह डिजिटल हो जायेगा. परीक्षा विभाग के सभी कागजातों का रिकॉर्ड ऑनलाइन किया जाएगा. इस कार्य को करने में विवि प्रशासन ने पहल तेज कर दी है. 1992 से लेकर अभी तक के सभी छात्रों का टीआर एकत्रित कर ऑनलाइन अपलोड किया जा रहा है. अब एक क्लिक में छात्रों का टीआर से लेकर सभी दस्तावेज मिल जाएगा.

शुरुआत में डिग्री, पीजी,वोकेशनल कोर्स सहित अन्य पाठ्यक्रमों के प्रकाशित रिजल्ट के टीआर (टेबुलेटर रजिस्टर) को एक जगह एकत्रित किया जा रहा है. टीआर लेमिनेशन करने के साथ-साथ उसे स्कैन कर डाटा सॉफ्टवेयर में चढ़ाया जा रहा है. लेमिनेशन करने का उद्देश्य यह है कि टीआर कभी फटे नहीं. वहीं स्कैन कर उसे कंप्यूटर के एक सॉफ्टवेयर में अपलोड किया जा रहा है. इसमें डिग्री,पीजी, बीसीए, लॉ सहित अन्य पाठ्यक्रमों के टीआर शामिल है.

स्थापना के बाद से अब तक का टीआर हो रहा स्कैन
विवि के परीक्षा विभाग में यह कार्य तेजी से निष्पादित किया जा रहा है. विवि के स्थापना काल से लेकर अब तक प्रकाशित रिजल्ट के सभी टीआर का स्कैन किया जा रहा है. मालूम हो कि वर्ष 1992 में वीर कुंवर सिंह विवि मगध विवि बोधगया से अलग हटकर बना था. विवि में रिजल्ट का टीआर वर्ष 1992 से ही स्कैन किया जा रहा है. बताया जाता है कि शुरुआती दौर के टीआर के हालात सही नहीं है. कुछ कागजात फट भी गये हैं.इसलिए सावधानी से उसका लेमिनेशन किया जा रहा है.

टीआर क्या होता है?
किसी भी परीक्षा का टीआर (टैबलेटर रजिस्टर) महत्वपूर्ण होता है. अंक पत्र में प्राप्त अंक का सत्यापन टीआर से ही होता है. अंक पत्र में छेड़छाड़ हो सकता है, लेकिन टीआर में संभव नहीं है. मूल डिग्री तैयार करने सहित अन्य कार्यों में टीआर का ही सहारा लेना पड़ता है.मालूम हो कि वर्तमान में किसी भी छात्रों की मूल डिग्री सहित अन्य कागजात देना है, तो उसके लिए टीआर को खंगाला जाता है.

बिहार में दोपहर बाद शुरू होगी बारिश, पटना समेत इन जिलों के लोग 5 दिनों तक रहें अलर्ट

अगर कोई छात्र लंबी अवधि के बाद डिग्री की मांग करता है तो उसके कागजात के सत्यापन में काफी विलंब होता है. परीक्षा विभाग के कई कर्मियों को टीआर खोजने में समय लगता है. साथ ही नौकरी पेशा वाले के सर्टिफिकेट के सत्यापन में भी विलंब होता है. टीआर ऑनलाइन चढ़ाने के बाद अब ऐसी समस्याओं से छुटकारा मिल जाएगा.


क्या कहते हैं अधिकारी
वीकेएसयू के परीक्षा नियंत्रक डॉ.अनवर इमाम ने बताया कि वर्षों पूर्व के टीआर का लेमिनेशन कराना आवश्यक था. विवि के परीक्षा विभाग को आने वाले समय में पूरी तरह कंप्यूटरीकृत कर दिया जायेगा, ताकि विद्यार्थियों का कोई भी कार्य आसानी से हो सके.

Tags: Bhojpur news, Bihar News, Local18

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *