संजय सिन्हा. औरंगाबाद. बिहार के औरंगाबाद में बीपीएससी से चयनित शिक्षकों का इस्तीफे का दौर भी जारी है. इस छोटे से जिले में नौकरी से त्यागपत्र देने वाले शिक्षकों की संख्या 30 तक पहुंच चुकी है. पूरे बिहार में नौकरी छोड़ने वाले बीपीएससी से चयनित शिक्षकों की संख्या काफी ज्यादा है. मामला तो तब चर्चा में आ गया जब जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय को एक दिन में 9 शिक्षकों का त्यागपत्र मिला. डीईओ संग्राम सिंह ने सबों का त्यागपत्र स्वीकार भी कर लिया।जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय से जारी पत्र के मुताबिक ओबरा के प्राथमिक विद्यालय चेचाढी में कार्यरत प्रज्ञा परमीता, देव के मध्य विद्यालय केताकी -2 में कार्यरत ऐश्वर्य श्रीवास्तव, सदर प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय पाठक बीघा में पदस्थापित शिक्षक नीतू यादव ने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया है.
इसके अलावा रफीगंज के मध्य विद्यालय खैरी में कार्यरत हर्षवर्धन,मध्य विद्यालय अमरपुरा में कार्यरत अविनाश सिंह, प्राथमिक विद्यालय अधीन बीघा में कार्यरत कृष्ण पाण्डेय,मध्य विद्यालय बलार में कार्यरत उमाकांत मिश्र,मदनपुर के प्राथमिक विद्यालय पाठक बिगहा में कार्यरत रजत यादव तथा प्राथमिक विद्यालय नत्थू बीघा में पदस्थापित रंधीर कुमार ने भी शिक्षक के पद से अपना इस्तीफा दे दिया है. ये सभी सामान्य वर्ग को शिक्षक थे।त्यागपत्र देने वाले इन सभी शिक्षकों ने अपने त्यागपत्र में नौकरी छोड़ने का कारण व्यक्तिगत बताया है.
शिक्षकों ने त्यागपत्र की जो वजह बताई है, वह हकीकत से कोसों दूर
पत्र के माध्यम से ही सभी संबंधित विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को शिक्षकों को त्यागपत्र दे दिए जाने की सूचना भी दे दी गई है. त्यागपत्र देनेवाले बीपीएससी से बहाल इन शिक्षकों ने त्यागपत्र की जो वजह बताई है, वह हकीकत से कोसों दूर है. उनके अध्ययन के मुताबिक कई शिक्षकों की पत्नियां भी शिक्षक हैं और उन दोनों की पोस्टिंग अलग-अलग जिलों में कर दी गई है, जिस कारण उन्होंने त्यागपत्र दिया है. कुछेक का पदस्थापन घर से दूर के विद्यालय में हो गया है जिस कारण भी नौकरी छोड़ रहे हैं तो कुछ की नौकरी दूसरे विभाग में लग जाने की वजह से भी उन्हें त्यागपत्र देना पड़ा है.
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FIRST PUBLISHED : February 5, 2024, 16:10 IST