अभिषेक रंजन/ मुजफ्फरपुर: मुजफ्फरपुर के छोटी कल्याणी चौक पर 25 साल पुरानी मिनी समोसा की एक दुकान है. यहां हर दिन लगभग 2000 पीस समोसा की बिक्री होती है. यहां सुबह से लेकर शाम तक लोगों की भीड़ लगी रहती है. इस दुकान को चलाने वाले प्रमोद गुप्ता का दावा है कि मुजफ्फरपुर में सबसे पहले मिनी समोसा की शुरुआत उन्होंने ही की थी. यह अलग बात है कि आज शहर में दर्जनों मिनी समोसा की दुकानें हैं. बावजूद शहर के छोटी कल्याणी चौक स्थित उनकी दुकान पर ग्राहकों का आना कम नहीं हुआ.
प्रमोद गुप्ता बताते हैं कि उनकी दुकान पर रोजाना दो हजार पीस समोसा बिक जाता है. वह कहते हैं कि उनका मसाला और छोटे साइज का समोसा होने की वजह से स्वाद बेहद लाजवाब होता है. प्रमोद कहते हैं कि एक बार में कराही में तकरीबन डेढ़ सौ पीस समोसा तला जाता है.
रोजाना आते हैं 500 ग्राहक
यहां 20 रुपए में चार पीस गरमा-गर्म समोसा खिलाया जाता है. साथ ही तीसी की चटनी भी दी जाती है. प्रमोद कहते हैं कि धनिया पत्ता और हरी मिर्च के साथ तीसी की चटनी तैयार की जाती है. तीसी की चटनी उनकी दुकान का सबसे सिक्रेट है. यही कारण है कि रोजाना तकरीबन 500 लोग उनका समोसा खाने आते हैं.
मिनी समोसे की सबसे पुरानी दुकान
शहर के मौजदा दुकानों में छोटी कल्याणी का मिनी समोसा बेहद प्रसिद्ध है. इस दुकान पर मिनी समोसा खाने के लिए बहुत दूर से लोग आते हैं. कई लोग तो यहां अकेले चार-पांच प्लेट समोसा खा जाते हैं. प्रमोद की इस मिनी समोसा दुकान पर चटनी, प्याज और हरी मिर्च का बुफे लगा होता है, जिसे लोग अन लिमिटेड खा सकते है.
शहर में फेमस है ये दुकान
छोटी कल्याणी के इस समोसा दुकान पर बड़ी संख्या में युवा आते हैं. लोकल 18 से बातचीत के दौरान प्रमोद बार-बार यह दावा करते हैं कि 25 साल पहले मुजफ्फरपुर में मिनी समोसा की कोई दुकान नहीं थी. अब यहां दर्जनों दुकान हैं, लेकिन आज भी उनकी दुकान इसलिए लोकप्रिय है. क्योंकि यह शहर की पुरानी दुकानों में से एक है.
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FIRST PUBLISHED : September 28, 2023, 15:53 IST