बिहार: इस लोकसभा सीट पर इंडिया गठबंधन के कई दावेदार, अभी से घमासान, दिलचस्प है समीकरण

हाइलाइट्स

पूर्णिया संसदीय सीट पर इंडिया गठबंधन से उम्मीदवार बनने की होड़.
संतोष कुशवाहा, पप्पू सिंह और पप्पू यादव की बड़ी दिलचस्प दावेदारी.
भाजपा की ओर से विजय दिलाने वाले मजबूत उम्मीदवार देने पर जोर.

पूर्णिया. 2024 लोकसभा चुनाव होना को लेकर अभी से तैयारियां शुरू हो गई हैं. बिहार पर पूरे देश की नजर है और बिहार के लोगों की नजर बेहद महत्वपूर्ण पूर्णिया संसदी सीट पर लगी है. दरअसल, इंडिया गठबंधन की उम्मीदवारी को लेकर यहां अभी से कई बड़े नेताओं की दावेदारी शुरू हो गई है. वर्तमान सांसद से लेकर पूर्व सांसद तक अपनी अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं और इसके पीछे अपना अलग-अलग तर्क भी दे रहे हैं. लेकिन, दूसरी ओर भाजपा इस सीट को लेकर काफी इत्मीनान है और विरोधियों पर जमकर चुटकी ले रही है.

पूर्णिया के वर्तमान सांसद संतोष कुमार कुशवाहा का कहना है कि 2024 के चुनाव में पूर्णिया लोकसभा सीट से इंडिया गठबंधन के एकमात्र वही उम्मीदवार हैं, इसमें कोई भ्रम नहीं. उन्होंने कहा कि कुछ लोग जनता को भ्रमित करने में लगे हैं, लेकिन इस भ्रम में पड़ने की जरूरत नहीं है. बता दें कि, संतोष कुशवाहा 2014 और 2019 में लगातार दो बार पूर्णिया से जदयू के टिकट पर सांसद रह चुके हैं, इसलिए इस बार भी उनकी दावेदारी मजबूत मानी जा रही है.

संतोष कुशवाहा का संसदीय चुनाव का इतिहास
गौरतलब है कि वर्ष 2014 में उन्होंने भाजपा प्रत्याशी उदय सिंह उर्फ पप्पू सिंह को हराया था, जबकि 2019 में यही पप्पू सिंह कांग्रेस से चुनाव लड़े थे और संतोष कुशवाहा एनडीए के उम्मीदवार थे. तब संतोष कुशवाहा ने दोबारा उदय सिंह को हराकर जीत हासिल की थी. संतोष कुशवाहा ने कहा कि 2014 में जब नरेंद्र मोदी की लहर थी तब भी उसने भाजपा को हराया था. 2019 में दोबारा वह पूर्णिया के सांसद बने. इस बार फिर वह इंडिया गठबंधन से चुनाव लड़ेंगे.

उदय सिंह उर्फ पप्पू सिंह की भी मजबूत दावेदारी
वहीं, पूर्णिया से भाजपा के टिकट से दो बार जीत चुके पूर्व सांसद उदय सिंह उर्फ पप्पू सिंह भी पूर्णिया से अपनी मजबूत दावेदारी पेश कर रहे हैं. हालांकि, उन्होंने अभी तक खुलकर पता नहीं बोला है, लेकिन पप्पू सिंह इंडिया गठबंधन में कांग्रेस के चुनाव चिन्ह पर पूर्णिया से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं. दरअसल, वर्ष 2019 के चुनाव में भी पप्पू सिंह कांग्रेस के टिकट पर पूर्णिया से चुनाव लड़े थे, जिसमें उनकी हार हुई थी.

पप्पू यादव दावेदारी के लिए ठोक रहे दमदार ताल
इधर, जन अधिकार पार्टी के सुप्रीमो व पूर्व सांसद पप्पू यादव एक बार फिर पूर्णिया से चुनावी मैदान में उतरने के लिए जी तोड़ मेहनत कर रहे हैं. वह लगातार अलग-अलग जगह पर कार्यकर्ता सम्मेलन कर रहे हैं. पप्पू यादव ने कहा कि अबकी बार पूर्णिया से ही वह इंडिया गठबंधन से चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि जब राहुल गांधी अरविंद केजरीवाल को अपना सकते हैं तो इंडिया गठबंधन उन्हें क्यों नहीं अपना सकता है.

इंडिया अलायंस में दावेदारों की होड़, मजे में BJP
इधर, इंडिया गठबंधन से तीन-तीन दावेदारों पर भाजपा जमकर चुटकिया ले रही है. भाजपा के वरिष्ठ नेता व एमएलसी दिलीप जायसवाल ने कहा कि टिकट को लेकर इंडिया गठबंधन में अभी से मारामारी शुरू हो गई है, जबकि पूर्णिया सीट पर इस बार भाजपा की भारी बहुमत से विजय मिलेगी. उन्होंने कहा कि इस बार एंटी इनकंबेंसी चल रहा है. साथ ही भाजपा पूर्णिया सीट पर मजबूत उम्मीदवार दे रही है.

पूर्णिया संसदीय सीट का इतिहार भी जान लीजिए
पूर्णियां लोकसभा सीट की बात करें तो 1991, 1996 और 1999 में तीन बार पप्पू यादव पूर्णिया से सांसद रह चुके हैं. वहीं, 1998 में भाजपा के जय कृष्ण मंडल, 2004 और 2009 में भाजपा से उदय सिंह उर्फ पप्पू सिंह चुनाव जीत चुके हैं. वर्ष 2014 और 2019 में जदयू प्रत्याशी संतोष कुशवाहा पूर्णिया से सांसद रह चुके हैं. 2019 के चुनाव में संतोष कुशवाहा एनडीए के सीट से चुनाव लड़े थे.

काफी दिलचस्प होगा पूर्णिया सीट पर मुकाबला
बहरहाल, इस बार अभी से ही मामला काफी दिलचस्प दिखने लगा है. टिकट और दावेदारी को लेकर घमासान शुरू हो गया है. अब देखना है कि बिहार के इस अति महत्वपूर्ण सीट से एनडीए और इंडिया गठबंधन किनको अपना उम्मीदवार बनाता है. दावेदार तो कई हैं, लेकिन टफ फाइट में किनके सिर पर उम्मीदवारी का सेहरा सजता है यह देखना काफी दिलचस्प होगा.

Tags: 2024 लोकसभा चुनाव, Loksabha Election 2024, Loksabha Elections, लोकसभा चुनाव राजनीति

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *