आशीष कुमार/पश्चिम चम्पारण. बिहार का पश्चिम चम्पारण जिला अपने विभिन्न व्यंजनों के लिए पूरी दुनिया में फेमस है. वह चाहे यहां का अहुना मीट हो या फिर मर्चा धान का चिउड़ा और आनंदी भूंजा. दुनिया भर में चम्पारण के इन खास वस्तुओं की डिमांड है. लेकिन क्या आपको पता है कि आनंदी भूंजा के अलावा भी यहां, विभिन्न प्रकार के चावलों के मिश्रण से एक खास भूंजा तैयार किया जाता है, जिसका स्वाद सबसे बेहतर और खाने का तरीका मुंह को पानी से भर देने वाला होता है. दरअसल, इस भूंजा को नवरत्न के नाम से जाना जाता है, जिसे जिले के बगहा-2 प्रखंड के तरवलिया गांव में तैयार किया जाता है.
9 चावलों के मिश्रण से तैयार होता है नवरत्न भूंजा
तरवलिया गांव की रहने वाली राजरानी देवी बताती हैं कि वह पिछले 20 वर्षों से भूंजा भूंजने का काम कर रही हैं. उनके पति छोटे किसान हैं, जो समय निकाल कर भूंजा भूंजने में हाथ बंटा देते हैं. राजरानी का कहना है कि जितना स्वादिष्ट और खास थरूहट का आनंदी भूंजा है, उससे कहीं ज्यादा खास और स्वादिष्ट नवरत्न भूंजा है. दरअसल, आनंदी भूंजा की तुलना में नवरत्न भूंजा में सोना मंसूरी, बासमती, मर्चा और आनंदी सहित कुल 7 से 9 चावलों का मिश्रण होता है. विभिन्न प्रकार के चावलों को भूंज कर उन्हें एक में मिलाकर भूंजा के रूप में तैयार किया जाता है. ऐसे में इनका स्वाद अनोखा हो जाता है.
इन चीजों के साथ लें नवरत्न भूंजा का स्वाद
राजरानी बताती हैं कि इस विशेष भूंजा को और भी स्वादिष्ट बनाने के लिए इसे कुछ खास चीजों के साथ खाया जाता है. आपको जान कर हैरानी होगी कि इसमें मीठे गुड़ से लेकर चटपटा आलू और टमाटर का चोखा, मिर्च का अचार और प्याज तक शामिल है. दरअसल, नवरत्न भूंजा को स्वादिष्ट बनाने के लिए इसे प्याज, चोखा, अचार, गुड़ और डालमोट जैसी चीजों के साथ मिलाकर खाया जाता है. बकौल राजरानी, नवरत्न भूंजा को लोगों की डिमांड पर तैयार किया जाता है. इसके लिए उन्हें खुद ही अलग-अलग प्रकार के चावलों को इकठ्ठा करना होता है.
.
FIRST PUBLISHED : February 28, 2024, 09:01 IST