
इस तरह बनकर तैयार हुआ था फिल्म ब्लैकमेल का यह गाना.
Bollywood Gold: जब सुपरहिट, सदाबहार और सदी के सबसे रोमांटिक गानों की बात की जाती है तो फिल्म ब्लैक मेल के गाने ‘पल-पल दिल के पास’ का जिक्र जरूर आता है. प्लेबैक किंग किशोर कुमार (Kishore Kumar) के गाए इस गाने को आज भी उसी तरह गाया-गुनगुनाया जाता है जिस तरह इसे 70 के दशक में गाया जाता था. प्यार के इज़हार और इकरार वाले इस गाने के बनने के पीछे की कहानी बेहद अनोखी है जिससे एक नहीं बल्कि कई किस्से जुड़े हैं.
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पल-पल दिल के पास तुम रहती हो, गाना 1973 में आई फिल्म ब्लैक मेल (Black Mail) का है जिसमें मुख्य भूमिका में नजर आए थे सुपरस्टार धर्मेंद्र (Dharmendra) और राखी. फिल्म के डायरैक्टर थे विजय आनंद, फिल्म को संगीत दिया था कल्याणजी-आनंदजी ने और गाना लिखा था गीतकार राजेंद्र कृष्ण जी ने. किशोर दा की आवाज का जादू एकबार फिर इस गाने के साथ सिर चढ़कर बोलता है. जितना दिलकश यह गाना है उतनी ही दिलचस्प आपको इसके बनने की कहानी भी लगेगी.
हुआ कुछ यूं था कि विजय आनंद (Vijay Anand) जोकि फिल्म के डायरेक्टर थे, संगीतकार आनंद जी कल्याण जी के साथ बैठे थे और बात हो रही थी ब्लैकमेल फिल्म के इस एक गाने की. अब गाने को लेकर विजय आनंद का कहना था कि ऐसा लगना चाहिए जैसे चिट्ठियां गाना गा रही हों. इस गाने से असल में यह दिखाना था कि राखी धर्मेंद्र के भेजे खत पढ़ रही हैं और गाना खत में लिखी बातें बयां कर रहा है. इस बातचीत से आनंदजी -कल्याणजी दोनों कुछ उलझन में भी पड़ गए थे. अब बातों-बातों में ही विजय आनंद ने गाने का मुखड़ा कह डाला, पल पल दिल के पास तुम रहती हो, इसपर आनंद जी ने धुन भी बना ली, लेकिन अबतक गाना लिख रहे राजेंद्र कृष्ण जी को इस बारे में नहीं पता था.
अगले दिन आनंद जी विजय आनंद और राजेंद्र कृष्ण (Rajendra Krishan) साहब की बैठक हुई. विजय आनंद जी ने राजेंद्र जी को कहा कि देखिए, मैं गीतकार नहीं हूं लेकिन फिल्म के चरित्र क्या संवाद बोल सकते हैं या कौनसा गीत गा सकते हैं इतना जानता हूं. उन्होंने कहा कि मुझसे बदतमीजी हुई है, कल रात आनंदजी के साथ मुझे मुखड़ा सूझ गया और धुन भी इसपर बन गई है. अब उसे रखना है या नहीं, आप तय कीजिए. राजेंद्र कृष्ण ने कुछ नहीं कहा और घंटे दो घंटे चुप रहने के बाद कहा कि गोल्डी गीत का मुखड़ा वही रहने दो, मैं आगे लिख देता हूं. इसके बाद राजेंद्र जी ने गाने के बाकी अंतरे लिखकर दे दिए.
किस्सा यहीं खत्म नहीं हुआ. गाना रिकॉर्ड नहीं हो पाया था लेकिन शूटिंग के लिए विजय आनंद ऊटी निकल गए. बिना गीत के भला गाने की शूटिंग कैसे होती. लेकिन, गोल्डी अलग थे. उन्होंने धर्मेंद्र को गीत के बोल गुनगुनाने के लिए कहा और फिर गाना फिल्माया था. तो इस तरह हुई थी रिकॉर्डिंक के बिना ही पल पल दिल के पास तुम रहती हो गाने की शूटिंग.