शक्ति सिंह/कोटा. अचानक मौसम में हुए बदलाव से बारिश होने से तापमान में गिरावट दर्ज हुई है. किसानों की माने तो खेतों में खड़ी फसलों को इस बारिश से फायदा होगा सरसों और गेहूं की फसल के लिए बारिश फायदेमंद है. तो वहीं, कई ऐसे किसान भी है जिनके चहरे पर चिंता लकीरे है जिसका कारण है बारिश से अनाज का गिला होना. कोटा की एशिया की सबसे बड़ी अनाज मंडी सेठ भामाशाह मंडी के बाहर सैकड़ो की तादाद में अनाज से लदे ट्रक ट्रैक्टर ट्रॉली दूर-दराज आय किसानों की खड़ी हुई है धीरे-धीरे किसानों का नंबर आ रहा है. प्रतिदिन तीन से चार लाख जिंस बोरियां मंडी में आ रही है. बारिश होने से किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरे भी देखी जा सकती है.
हाड़ौती नव निर्माण परिषद के संभागीय अध्यक्ष राकेश निर्मल सेन ने बताया कि एशिया के सबसे बड़ी मंडी सेठ भामाशाह कृषि उपज मंडी का विस्तार नहीं होने से सीजन के समय किसानों को भारी परेशानी उठानी पड़ी रही है. कृषि जींस लेकर आए किसानों से मुलाकात गौतम ने कहा कि मंडी विस्तार की अत्यंत आवश्यकता है लगातार कई साल से किसान इसकी मांग कर रहे हैं आंदोलन कर रहे है, लेकिन राजनैतिक इच्छाशक्ति के अभाव में अभी तक यह नहीं हो सका है जिसका नुकसान किसानों को उठाना पड़ रहा है.
किसानों को इन समस्याओं का सामना करना पड़ता है
किसानों का अनाज देखने के लिए मंडी पहुंचे किसान नेता गिर्राज गौतम ने बताया कि सीजन के समय मंडी में 3 से 4 लाख बोरी तक जींस की आवक पहुंच जाती है. यहां हाड़ोती समेत मध्यप्रदेश के किसान भी बड़ी मात्रा में फसल लेकर आते हे. ऐसे में समय पर उठाव नहीं होने और अंदर जगह नहीं होने के कारण कई दिनों तक मंडी के बाहर ही इंतजार करना पड़ता है. इससे किसानों को अतिरिक्त परिवहन का खर्चा उठाना पड़ता है साथ ही कोई अप्रिय घटना की भी आशंका बनी रहती है. गिर्राज गौतम ने बताया कि सबसे बड़ी समस्या बेमौसम बारिश की है जिससे किसानों की मेहनत से तैयार की हुई फसल खराब होने की स्थिति बनी रहती है. अगर मंडी का विस्तार हो तो किसान उसी दिन फसल बेचकर वापस जा सकता है. सर्दी भरी रातों में उसे खुले में ठंड में खड़ा नहीं होना पड़ेगा. मंडी में प्रवेश का समय भी बढ़ाया जाए जिससे ज्यादा से ज्यादा किसान मंडी में प्रवेश कर सकें.
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FIRST PUBLISHED : November 28, 2023, 19:36 IST