केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने मंगलवार को प्रदर्शनकारी किसानों से कहा कि हिंसा और तोड़फोड़ समस्याओं का समाधान नहीं है तथा वे अपनी मांगों को लेकर सरकार के साथ फिर से बातचीत में शामिल हों।
ठाकुर ने यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि सरकार ने किसान संगठनों की कुछ मांगें मान ली हैं, लेकिन भारत के विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) से बाहर निकलने और मुक्त व्यापार समझौतों (एफटीए) को रद्द करने जैसे मुद्दों पर व्यापक परामर्श की आवश्यकता होगी।
उन्होंने कहा, यदि आप मांग करते हैं कि भारत डब्ल्यूटीओ से बाहर निकले, एफटीए रद्द किया जाए, स्मार्ट मीटर को खारिज किया जाए और किसानों को बिजली अधिनियम से छूट दी जाए, तो क्या केंद्र को अन्य हितधारकों और राज्य सरकारों से बात नहीं करनी चाहिए?
ठाकुर ने कहा कि सरकार ने सोमवार को किसान संगठनों के साथ बातचीत के दौरान समिति के गठन का प्रस्ताव दिया था।
उन्होंने कहा, हमें दूसरों से बात करनी होगी, तभी हम कोई निर्णय ले पाएंगे।
भाजपा नेता ने कहा कि अगर मोदी सरकार कतर में बंद नौसेना के पूर्व अधिकारियों को वापस ला सकती है, तो किसानों के मुद्दों को भी चर्चा की मेज पर हल किया जा सकता है।
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