कुंदन कुमार/गया. दहेज प्रथा, बाल विवाह, भ्रूण हत्या के खिलाफ तथा बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान से प्रेरित गया का कन्या विवाह एवं विकास सोसाइटी संस्था इस वर्ष 6 दिसंबर को सामूहिक शुभ विवाह का आयोजन करेगी. जिसमें 151 बेटियों का एक साथ कन्यादान किया जाएगा. इस सामूहिक विवाह की खास बात यह है कि इसमें हिंदु और मुस्लिम दोनो धर्म के लोगों की शादी होगी. एक ही स्थल पर विवाह कार्यक्रम संपन्न किया जाएगा. सामूहिक विवाह का कार्यक्रम झारखंड के गढवा जिले में डानरो नदी छठ घाट के पास आयोजित किया जाएगा और दोनों राज्य के मुख्यमंत्री को इसमें शामिल होने के लिए निमंत्रण भेजा गया है.
अनाथ, दिव्यांग, असहाय, निर्धन कन्याओं का कराया जाता है विवाह
गौरतलब है कि कन्या विवाह एवं विकास सोसाइटी पिछले 13 साल से बिहार और झारखंड राज्य में हजारों कन्याओं को लाभान्वित किया है. यह भारत सरकार और बिहार सरकार द्वारा निबंधित संस्था है और अभी तक 13 हजार बेटियों का सामूहिक विवाह संपन्न करएवं उपहार स्वरूप विदाई सामग्री देकर विदा करने का कार्य कर चुकी है.
इस सामूहिक विवाह समारोह में अनाथ, दिव्यांग, असहाय, निर्धन कन्याओं का विवाह कराया जाता है. हिंदू समुदाय से आने वाले बेटियों को हिंदू रीति रिवाज जबकि मुस्लिम समुदाय के लोगों का निकाह कराया जाता है और इसके लिए बकायदा वहां पर पंडित और हाफिज मौजूद रहते हैं.
यहां कर सकते हैं संपर्क
विवाह के समय विदाई सामग्री में बेटियों को पलंग, गोदरेज, ट्रंक, तोशक, रजाई, तकिया, बेडशीट, स्टील बर्तन सेट, गैस चूल्हा, मिक्सर मशीन, कुकर इत्यादि वस्तुएं देकर सम्मान के साथ विदा करते हैं. तथा वैश्विक कन्याएं जो ससुराल से प्रताड़ित होकर न्याय के लिए भटकती है उन्हें संस्था के द्वारा परिवार परामर्श कर कर घर बसाने का कार्य करते हैं.
सामूहिक विवाह में रजिस्ट्रेशन करने के लिए दूल्हा-दुल्हन का दो दो पासपोर्ट साइज फोटो, आधार कार्ड दोनों के माता-पिता का आधार कार्ड और फोटो, दूल्हा-दुल्हन दोनों की तरफ से दो-दो विटनेस और उनका आधार कार्ड लिया जाता है. संस्था के मोबाइल संख्या 6206848204, या 9431478880 पर भी संपर्क कर रजिस्ट्रेशन कराया जा सकता है.
अबतक 13 हजार हिंदू और मुस्लिम की हुई है शादी
कन्या विवाह एवं विकास सोसायटी से जुड़े लोग बताते हैं कि यह संस्था गरीब बेटियों की शादी की व्यवस्था करती है. लगभग एक लाख रुपये तक का सामान देकर विदा किया जाता है. इस बार 6 दिसंबर को गढ़वा में आयोजित सामूहिक विवाह समारोह में झारखंड तथा बिहार के विभिन्न जिलों से लोग यहां पहुंचेंगे. इस संस्था में गरीब असहाय बेटियों की निशुल्क शादी कराई जाती है.
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अगर कोई बड़े घर की बेटी इस सामूहिक विवाह में शामिल होना चाहते हैं तो उनकी भी निशुल्क शादी कराई जाती है. संस्था के माध्यम से विवाह होने के कई फायदे हैं. जैसे कोई दहेज के लिए पत्नी को प्रताड़ित करता है तो उसपर दहेज प्रताड़ना के तहत कानून कारवाई करवाती है. अभी तक इस संस्था के माध्यम से 4000 मुस्लिम बेटी तथा 9000 से अधिक हिंदू बेटियों की शादी कराई जा चुकी है.
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FIRST PUBLISHED : December 4, 2023, 09:27 IST