बल्लभगढ़: अगर आप भी खाने पीने के शौकीन हैं और आपको तरह-तरह के व्यंजन खाना बेहद पसंद है तो ये खबर खासकर आपके लिए है. सोचिए कुछ गरमा-गरम खाने का मन हो और आपको ताजी-ताजी कचौड़ी-सब्जी मिल जाए तो मजा ही आ जाए. तो चलिए आपको ले चलते हैं बल्लभगढ़ में गर्ग कचौड़ी भंडार, जहां के एक प्लेट स्वाद के लिए ग्राहक सुबह सात बजे से ही लाइन में लग जाते हैं. इतना ही नहीं, बिक्री इतनी ज्यादा है कि कचौरी के साथ परोसी जाने वाली 100 से 150 कुंटल सब्जी शाम तक सफा-चट हो जाती है
सुबह 7 बजे से ही लग जाती है लाइन
अगर आप कभी फरीदाबाद आएं तो बल्लभगढ़ में गर्ग कचौड़ी भंडार की मशहूर खस्ता कचौड़ी खाए बिना वापस न जाएं. 1995 से चल रही ये दुकान आज भी अपने स्वाद के लिए लोगों में मशहूर है. कचौड़ी और सब्जी के लिए लोगों की दीवानगी इस हद तक है कि सुबह 7 बजे से ही लोग इसे खाने के लिए लाइन में लग जाते हैं. रोजाना करीब 100 से 150 कुंटल सब्जी बनाई जाती है, जो शाम तक खत्म हो जाती है.
महज 30 रुपये में एक प्लेट
लोग काफी दूर-दूर से यहां की सब्जी-कचौरी का आनंद लेने पहुंचते हैं. फरीदाबाद में आने वाला कोई भी कचौरी लवर यहां की कचौरी खाए बिना वापस नहीं जाता. दुकान के मालिक का कहना है कि उनके पिता के समय में इस दुकान में मात्र 3 रुपये में एक प्लेट कचौड़ी की मिलती थी जो कि अब बढ़ते समय के साथ 30 रुपये कर दी गई है.
शुद्ध मसालों और ताजी सब्जियों से तैयार होती है सब्जी
दुकान के मालिक मोनू गर्ग का कहना है कि उनके पिता ने 1995 में कचौड़ी बनाने का काम शुरू किया था, उस वक्त इस कचौड़ी की एक प्लेट की कीमत महज 3 रुपये थी. वक्त के साथ आज हम इसे 30 रुपये में लोगों को खिला रहे हैं. बताया कि उनके पिता के समय से बनती आ रही सब्जी को आज भी उसी तरीके के साथ शुद्ध मसालों और ताजी सब्जियों से बनाया जाता है. तब भी लोगों का प्यार मिलता था और आज भी लोगों से भरपूर प्यार मिल रहा है. लोग हमारे यहां की कचौड़ी-सब्जी खाने के लिए सुबह 7 बजे से ही लाइन में लग जाते हैं.
.
Tags: Faridabad News, Food 18, Local18
FIRST PUBLISHED : October 5, 2023, 23:44 IST