बड़े व्यवसायी पर था बड़ा खतरा! मोतिहारी पुलिस की ट्रैप में फंसे लॉरेंस बिश्नोई-विक्रम बरार गैंग के गुर्गे, नेपाल बॉर्डर से दो गिरफ्तार

हाइलाइट्स

लॉरेंस बिश्नोई-विक्रम बरार गैंग के निशाने पर भारत-नेपाल बॉर्डर के बड़े व्यवसायी थे निशाने पर.
मोतिहारी पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए बिश्नोई-बरार गैंग के गुर्गों को पकड़ा.
हरियाणा के कुरुक्षेत्र और अम्बाला के साथ ही राजस्थान से जुड़े हैं दोनों ही गुर्गों के अपराध के तार.

पूर्वी चंपारण. मोतिहारी में भारत नेपाल सीमा के रक्सौल से 9 MM पिस्टल और कारतूस के साथ दो गैंगस्टर को पुलिस ने गिरफ्तार  किया है. गिरफ्तार दोनों अपराधी हरियाणा एवं राजस्थान के कांडों में वांछित हैं. गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई और विक्रमजीत सिंह उर्फ विक्रम बरार ग्रुप सक्रिय अपराधी बताए गए हैं. रक्सौल थाना क्षेत्र से विशेष पुलिस टीम ने दोनों को गिरफ्तार किया है, जिनकी पहचान शशांक पांडे और त्रिभुवन साह के रूप में हुई है. बताया जाता है कि देश में चल रहे संगठित अपराध गिरोह से दोनों के तार जुड़े हैं. दोनों की गिरफ्तारी को मोतीहारी पुलिस बड़ी उपलब्धि मान रही है.

गिरफ्तार अपराधी बिहार में बड़ी योजना को अंजाम देने के फिराक में थे, लेकिन पुलिस ने इनके प्लान को नाकाम कर दिया. ये दोनों अपराधी राजस्थान के कई कांड में वांछित हैं. बताया जा रहा है कि 22 अक्टूबर को पुलिस को इस बात की गुप्त सूचना मिली थी कि गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई और बिक्रमजीत सिंह उर्फ विक्रम बरार ग्रुप के सक्रिय अपराधी को हथियार के साथ रक्सौल थाना क्षेत्र में देखा गया है, जो अपराध की किसी बड़ी घटना को अंजाम दे सकता है.

बताया जाता है कि  लॉरेंस के भाई अनमोल बिश्नोई के कहने पर अंबाला थाना क्षेत्र के आप नेता से 50 लाख की रंगदारी मांगी थी और नहीं मिलने पर फायरिंग कर दी थी. भारत नेपाल सीमा पर राष्ट्रीय स्तर के इस गैंग को संचालित करने की जिम्मेदारी गिरफ्तार अपराधियों पर थी. पुलिस को लगातार सूचना मिल रही थी जिसके आधार पर दोनों अपराधियों की गिरफ्तारी हो सकी है.

मोतिहारी के एसपी कांतेश कुमार मिश्रा ने बताया कि सूचना मिलने के साथी पुलिस की एक विशेष टीम को टास्क सौंपा गया था, जिन्होंने पूरे ऑपरेशन को सफलतापूर्वक संपादित करते हुए दोनों सदस्यों को गिरफ्तार किया गया. बहरहाल, देश में संगठित आपराधिक गिरोह के दो कुख्यात की गिरफ्तारी को मोतिहारी पुलिस जहां, अपने लिए उपलब्धि मान रही है, वहीं इसके संभावित शिकार से बचे लोग भी राहत महसूस कर रहे हैं.

Tags: East champaran, Indo-Nepal Border, Lawrence Bishnoi, Motihari news

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