हाइलाइट्स
पुलिस सप्ताह-2024 में सात दिनों तक चलेगा पुलिस का जागरूकता अभियान.
पांच प्रण पर पूरे साल काम करेगी पुलिस, अपराध से सड़क हादसों तक अंकुश.
सामुदायिक पुलिसिंग के तहत आम लोगों में पुलिस के प्रति बढ़ेगा विश्वास.
गोपालगंज. बिहार पुलिस ने मंगलवार से पुलिस सप्ताह की शुरुआत की है. पुलिसकर्मियों को इस बार ‘पांच प्रण’ लेने होंगे. डीजीपी आर.एस. भट्ठी ने कार्यक्रम के पहले दिन जिलाभर के सभी पुलिस पदाधिकारियों से जुड़कर संवाद किया. वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये जुड़े डीजीपी ने बिहार पुलिस के ‘पांच प्रण’ का फॉर्मूला भी बताया. ‘पांच प्रण’ का कोड 100-75-30-20-0 रखा गया है. डीजीपी ने इस फॉर्मूले पर काम करने के निर्देश दिये हैं. वीडियो कांफ्रेसिंग में एसपी स्वर्ण प्रभात के अलावा मुख्यालय डीएसपी ज्योति कुमारी, सभी इंस्पेक्टर और दारोगा मौजूद रहे.
एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि बिहार पुलिस के ‘पांच प्रण’ में सबसे पहला 100 नंबर है. यानी थानों में शिकायत या एफआइआर दर्ज कर वादी को प्राप्ति रसीद उपलब्ध कराना. दूसरा महिला अपराध की सुनवाई से लेकर कार्रवाई महिला पुलिस पदाधिकारियों द्वारा करना और महिलाएं डायल-112 पर कॉल करेंगी तो महिला कर्मी ही उठाएंगी. गांव या मोहल्ला में अपराध सर्वेक्षण करना और नागरिकों को व्हाट्सएप ग्रुप से जोड़ना. सभी संवेदनशील स्थानों पर सीसीटीवी से निगरानी और सक्रिय अपराधी की 24X7 निगरानी रखना है.
डीजीपी आरएस भट्टी ने बताया कि बिहार पुलिस के ‘पांच प्रण’ में दूसरा अंक 75 है. इसके बारे में एसपी ने कहा कि टॉप-10 अपराधियों की गिरफ्तारी एवं हिंसक अपराधों का उद्भेदन करना और 75 दिनों में अनुसंधान का निष्पादन करना है. वहीं, ‘पांच प्रण’ में तीसरा नंबर पर 30 अंक है. इसमें थाना पर नागरिकों को 30 मिनट में सेवा उपलब्ध कराना है. 30 दिनों में जांच को पूर्ण करना एवं वादी को नि:शुल्क प्रति उपलब्ध कराना, नागरिक सेवाओं जैसे चरित्र सत्यापन आदि को 30 मिनट में पूर्ण करना शामिल है.
‘पांच प्रण’ में चौथा अंक 20, इसके बारे में बताया गया है कि आपातकालीन सेवा डायल-112 किसी भी हिस्से में 20 मिनट में पहुंच जाएगी. लापता व्यक्तियों की सूचना पर पुलिस के पहुंचने का समय और अपराध के घटनास्थल पर पहुंचने का समय है. साथ ही न्यायालय से प्राप्त समन व वारंट तामिला 20 दिनों में करने का लक्ष्य है. गोपालगंज के एसपी स्वर्ण प्रभात ने कहा कि ‘पांच प्रण’ के अंतिम अंक शून्य है. इसका मतलब जीरो टॉलरेंस पर पुलिस काम करेगी. महिला अपराध के विरुद्ध, रंगदारी के विरुद्ध, भ्रष्टाचार के विरुद्ध, अधिकारिक पद दुरुपयोग और अनुचित आचरण, पुलिस स्टेशन के खराब रख रखाव तथा वर्दी का अनुचित पहनावा को शामिल किया गया है.
28 को टी चर्चा, 29 को रक्तदान शिविर
एसपी ने कहा कि पुलिस सप्ताह के तहत दूसरे दिन बुधवार को पुलिस लाइन में टी चर्चा होगी. वहीं, 29 फरवरी को रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाएगा. पूरे सात दिनों तक अलग-अलग कार्यक्रम चलेगा. कार्यक्रम का उदेश्य सामुदायिक पुलिसिंग के तहत आम लोगों में पुलिस के प्रति विश्वास बढ़े, इसी उदेश्य से पुलिस सप्ताह मनाया जा रहा है.
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FIRST PUBLISHED : February 28, 2024, 18:34 IST