सनन्दन उपाध्याय/बलिया: एक से बढ़कर एक आयुर्वेदिक औषधियों से धरती भरी पड़ी है. उनके बारे में जानकारी न होने के कारण कहीं ये औषधीयां घर की शोभा बढ़ाती है तो कहीं जंगल झाड़ के रूप में पड़ी रहती है. आज हम एक ऐसी औषधि के बारे में बात करेंगे, जो बिल्कुल अपने नाम के आधार पर काम करती है. जी हां गुड़मार गुड़ के मिठास को जो मार दे, उसी को गुड़मार औषधि कहते हैं. यह औषधि शुगर, बीपी, स्नेक बाइट, मोटापा, लिवर, पीसीओडी और त्वचा जैसी कई गंभीर बीमारियों में बेहद लाभकारी होती है.
राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय की चिकित्साधिकारी डॉ. प्रियंका सिंह बताती हैं कि इसका प्रयोग वर्षों से होता आ रहा है. यह बेहद लाभकारी और गुणकारी औषधीय पौधा है. यह शुगर नहीं बल्कि तमाम गंभीर बीमारियों से छुटकारा दिलाती है.
ये है गुड़मार औषधि का कमाल, खासियत और उपयोग
डॉ. सिंह ने कहा कि गुड़मार सालों से शुगर कंट्रोल के लिए प्रयोग होता आ रहा है. मलेरिया और स्नेक बाइट में भी इसका प्रयोग होता है. इसके पत्तों को चबाना या रस निकालकर पीने से शुगर में फायदा होता है या इसको सुखाकर काढ़ा या चूर्ण बना लीजिए आजकल जो लड़कियों में पॉलिस्टिक ओवरी डिजीज (पीसीओडी) की जो समस्या है उसमें भी इसका अच्छा प्रयोग है. ब्लड प्रेशर और मोटापा को भी कंट्रोल करने में बेहद लाभदायक है. इसके पत्तों के चूर्ण को नारियल के तेल में मिलाकर लगाने से त्वचा संबंधी रोग ठीक हो जाते हैं. इससे लीवर भी सही रहता है.
चिकित्सक से परामर्श लेकर ही करें प्रयोग
बहुत ज्यादा इसका प्रयोग नहीं करना चाहिए क्योंकि हर औषधि का अपना अलग-अलग साइड इफेक्ट भी होता है. बिना आयुर्वेद चिकित्सक किसी भी औषधि का प्रयोग करना लाभकारी नहीं होता है. इसलिए की प्रयोग करने का जो सही डोज है वह उम्र और वजन के हिसाब से एक आयुर्वेद चिकित्सक ही तय कर सकता है. इसका अगर ज्यादा प्रयोग किया जाता है तो शरीर में कपकपी, बेचैनी, कमजोरी या चक्कर भी आ सकता है.
Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और हेल्थ बेनिफिट रेसिपी की सलाह, हमारे एक्सपर्ट्स से की गई चर्चा के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, न कि व्यक्तिगत सलाह. हर व्यक्ति की आवश्यकताएं अलग हैं, इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही, कोई चीज उपयोग करें. कृपया ध्यान दें, Local-18 की टीम किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगी.
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FIRST PUBLISHED : December 29, 2023, 11:40 IST