बच्चों के दांतों में होने वाली इन 3 बीमारियों को नजरंदाज करना पड़ेगा भारी

वेद प्रकाश,उधम सिंह नगर: बच्चों के खान-पान में हो रहे परिवर्तन के कारण बच्चों के दांतों से जुड़ी कई समस्याएं सामने आने लगी हैं. इसके पीछे के बड़ी वजह ये हैं कि चार से आठ साल तक बच्चे ठीक से ब्रश नहीं करते हैं और खाने के बाद कुल्ला नहीं करते हैं, जिसके कारण बच्चों के दांत और मसूड़े में बीमारी लग जाती है. धीरे धीरे ये बीमारियां इतना गंभीर रुप ले लेती हैं जिसके कारण कई बार बच्चों के दांतों को निकलना पड़ता है.

फास्ट फूड, कोल्ड ड्रिंक, चॉकलेट, चिप्स के साथ-साथ आइटमों का सेवन करना बच्चों की दातों के लिए हानिकारक होता जा रहा है. इन सभी बाहरी चीजों का सेवन करने के साथ साथ ठीक ढंग से ब्रश और कुल्ला नहीं करने के कारण बच्चों के दांतों में सेंसिटिविटी और मसूड़ों की बीमारी होने लगती है, जिस पर समय रहते ध्यान नहीं दिया जाए तो बच्चों के दांत खराब हो जाते हैं.

वहीं कुछ बच्चों में अंगूठा चूसने की आदत के कारण बच्चों कई बच्चों के दांत टेढ़े-मेढ़े हो जाते हैं, जिसके बाद दांत को सही करने के लिए मोटा खर्च उठाना पड़ता है.

लोकल 18 से खास बातचीत करते हुए टण्डन डेंटल हॉस्पिटल के मालिक डॉ पीयूष पंत ने बताया कि आज कल फास्ट फ्रूड, चॉकलेट, कोल्डड्रिंक, चिप्स और बाहर का खाना खाने से तीन साल से लेकर आठ साल तक बच्चों में सेंसिटिव,अंगूठा चूसना और मसूड़ों की बीमारी हो जाती है. उन्होंने कहा कि अगर परिजन बच्चों में होने वाली इन तीन बीमारियों का समय रहते इलाज नहीं करते हैं, धीरे धीरे सारे दांत खराब होने लगते हैं और कई अन्य बीमारियां के चपेट में भी बच्चे आ जाते हैं.

सेंसिटिव दांत: आज कल बच्चों में भी सेंसिटिविटी की समस्या आम होती जा रही है. कई बार बच्चें ठीक से ब्रश नहीं करते हैं, इससे बच्चों के दांतों में सेंसिटिविटी हो जाती है. और फिर ठंडा या गर्म पानी से बच्चों के दांतों में झंझट और दर्द होने लगता है, इस तरह की स्थिति में बच्चों को तुरंत डेंटिस्ट से दिखाएं, ताकि इससे बच्चों के परमानेंट आने वाले दांत प्रभावित नहीं होंगे.

अंगूठा चूसना: अगर आपका बच्चा भी अंगूठा चूसता है तो इसको दांतों की बीमारियों के साथ अन्य की बीमारी होने की संभावना है. अंगूठे चूसने वाले बच्चों के दांतों पर इसका बुरा असर पड़ता है कई बार बच्चों के दांत टेढ़े-मेढ़े हो जाते हैं, ऐसी स्थिति में अगर बच्चा जब अंगूठा चूसना शुरू कर रहा है तभी उसकी आदत को छुड़ाएं. अगर आदत नहीं छूट रही है तो स्थानीय डेंटिस्ट के पास लेकर जाएं ताकि बाद में दांतों पर पड़ने वाले प्रभाव को रोका जा सके.

मसूड़ों की बीमारी: जो छोटे बच्चे नियमित रूप से दिन में दो बार ब्रश नहीं करते हैं. और खाना खाने के बाद खुला नहीं करते हैं, ऐसे बच्चों के मसूड़े में कई तरह की बीमारियां पैदा हो जाते हैं. मसूड़ों में लाइनिंग में प्लाक बनने लगती है, प्लाक के बैक्टीरिया के कारण मसूड़ों में सूजन आने लगती है. कई बार इस समस्या का शुरुआत में पता नहीं चलता है लेकिन धीरे-धीरे यह समस्या गंभीर रूप ले लेती है. इससे बचने के लिए बच्चों में सही से ब्रशिंग की आदत डालिए और जरूरत पड़ने पर डेंटिस्ट की सलाह लीजिए.

अगर आपका बच्चा भी दांत की समस्या से परेशान हैं तो आप अधिक जानकारी के लिए टण्डन डेंटल हॉस्पिटल के मालिक और दंत रोग विशेषज्ञ डॉ पीयूष टण्डन को मोबाइल नम्बर 9997080533 पर कॉल करके जानकारी ले सकते हैं.

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