कॉर्बेट टाइगर रिजर्व’ रामनगर में स्थित एक ‘रेस्क्यू सेंटर’ में भेज दिया गया है जबकि उसका डीएनए नमूना देहरादून स्थित भारतीय वन्यजीव संस्थान को भेजा गया है।
उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले के कोथेरा गांव में तीस अक्टूबर को एक शिशु को मारने वाले संदिग्ध तेंदुए को पिंजरे में कैद कर लिया गया है। पिथौरागढ़ के प्रभागीय वन अधिकारी जीवन मोहर डागरे ने बताया कि वन विभाग की टीम ने बुधवार देर रात संदिग्ध तेंदुए को एक पिंजरे में कैद कर लिया।
उनके अनुसार घटना के बाद गांव में दो पिंजरे लगाए गए थे।
उन्होंने बताया कि तेंदुए को ‘कॉर्बेट टाइगर रिजर्व’ रामनगर में स्थित एक ‘रेस्क्यू सेंटर’ में भेज दिया गया है जबकि उसका डीएनए नमूना देहरादून स्थित भारतीय वन्यजीव संस्थान को भेजा गया है।
डागरे ने कहा कि इसी तेंदुए ने बच्चे को मारा था, इसकी पुष्टि डीएनए जांच के बाद ही हो सकेगी।
उन्होंने कहा कि क्षेत्र में फिलहाल पिंजरे लगे रहेंगे जबकि वनकर्मियों की गश्त भी जारी रहेगी।
डेढ़ वर्षीय अंशु को तेंदुआ उस समय उठाकर भाग गया था जब वह अपने घर के आंगन में खेल रहा था। बाद में उसका शव ग्रामीणों ने झाड़ियों से बरामद किया था।
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