रूपांशु चौधरी/हजारीबाग. हम सभी ने बचपन में कभी ना कभी चीनी के बने हुए वह मिठाइयां खूब खाई होगी.जिनमें हाथी घोड़ा और कई प्रकार के जानवर बने हुए होते थे.साथ ही इन मिठाइयों को खासकर बच्चों के लिए बनाया जाता था. लेकिन बदलते दौर के साथ यह मिठाइयां बाजारों से लुप्त हो गई. अब उन मिठाइयों की जगह कई फैंसी मिठाइयों ने ले ली है.
हजारीबाग में दिवाली की मिठाई बेचने आए हुए बनारस के कारीगर अपने साथ खासकर ये चिनिया मिठाई लेकर आए है.चिनिया मिठाई बेचने आए रोहित केशरी ने कहा कि इन मिठाइयों को खास करके बच्चों के लिए बनाया गया है. अभी के समय में यह मिठाइयां बाजारों में लुप्त होने के कगार पर है. 2010 तक बनारस में इसके ढेरों कारखाने थे.लेकिन वहां भी गिनती के चार कारखाने बचे है. इन मिठाइयों को बच्चे बेहद चाव से खाना पसंद करते हैं.
ये है रिसेपी
रोहित केशरी आगे कहा कि इन मिठाइयों को बनाने के लिए सर्वप्रथम चीनी को गरम आंच के ताव पर अच्छे से पकाया जाता है. फिर इसमें रंग, इलायची, और खास मसालों को मिलाया जाता है. चीनी अच्छे से पिघल कर पक जाने के बाद चासनी को पंछियों और जानवरों के बने हुए मोल्ड में डाला जाता है. जिससे इनमे कई तरह के आकार निकल कर आ जाते है.अभी यहां मिठाई 160 रुपए किलो और 40 रूपए में ढाई सौ ग्राम है. इस मिठाई की खरीदारी करने के लिए आपको हजारीबाग के पंच मंदिर चौक पर आना होगा. पंच मंदिर चौक पर लगे स्टाल में यह खास चिनिया मिठाई उपलब्ध है.
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FIRST PUBLISHED : November 10, 2023, 21:31 IST