बंधाने के बाद किसी भी दिन न उतारें राखी, इधर-उधर भी न फेंके, पड़ता है अशुभ प्रभाव, जानें क्या करें

परमजीत कुमार/देवघर. रक्षाबंधन को लेकर कई सवाल हमारे मन में होते हैं. जैसे राखी किस दिशा में बैठकर बंधवानी चाहिए? इसे कितने दिनों तक हाथ में रखना चाहिए? इसे हाथ से कब उतारना चाहिए? यदि हाथ में राखी टूट जाए तो क्या करें ? लोकल 18 ने इन सवालों के जवाब के लिए देवघर के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित नंद किशोर मुद्गल से बात की. उन्होंने विस्तार से हर सवाल का जवाब दिया, हर शंका का समाधान किया

पंडित मुद्गल ने बताया कि हिंदू धर्म में कोई भी शुभ कार्य करने से पहले दिशा, दिन व शुभ मुहुर्त देखे जाते हैं. राखी बंधवाते समय भाई का मुंह पूर्व दिशा में होना चाहिए. वहीं राखी बांधने वाली बहन का मुंह पश्चिम या उत्तर दिशा में होना चाहिए. इस दौरान दोनों में से किसी का भी मुंह दक्षिण दिशा में नहीं होना चाहिए. यह अशुभ माना जाता है.

कितने दिनों तक बंधी रहने दें राखी?
ज्योतिषाचार्य पंडित मुद्गल बताते हैं कि सावन माह की पूर्णिमा तिथि को रक्षाबंधन का पर्व मनाया जाता है. इस दिन राखी बांधने के बाद कुछ दिनों तक राखी हाथ में अवश्य रखनी चाहिए. लेकिन ज्यादा दिनों तक भी नहीं रखना चाहिए. राखी हाथ में ज्यादा दिनों तक रहने से अशुद्ध हो सकता है. इसका भाई के ऊपर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है. उन्होंने कहा कि ऐसे तो राखी बांधे रखने का कोई समय निर्धारित नहीं है. लेकिन अगले माह यानी भादो की पूर्णिमा तिथि को उतार देना चाहिए. यदि इतने दिन भी राखी हाथ में नहीं रखना चाहते हैं तो कृष्णा जन्माष्टमी के दिन भी राखी उतार सकते हैं. राखी हमेशा शुभ दिन में ही उतारनी चाहिए.

अगर हाथ में राखी टूट जाए तो?
राखी ज्यादा दिन हाथ पर बंधे होने से कई बार टूट जाती है. वहीं टूटी हुई राखी को कलाई में नहीं रखना चाहिए. ऐसा करना अशुभ माना जाता है. उसे बहते हुए पानी में प्रवाहित कर देना चाहिए. खंडित चीजें घर में या आसपास रखने से नकारात्मक शक्तियां उत्पन्न होती हैं. कई बार राखी को खोलकर इधर-उधर कहीं भी रख देते हैं. ऐसा बिल्कुल भी न करें. राखी को लाल कपड़े में लपेट पर पूजा-पाठ वाले पवित्र स्थान पर ही रखना चाहिए.

भद्राकाल में नहीं बांधी जाती राखी
इस साल पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 30 अगस्त को 10 बजकर 12 मिनट पर हो रही है और समापन अगले दिन 31 अगस्त को सुबह 7 बजकर 45 मिनट पर. लेकिन पूर्णिमा के साथ 30 अगस्त को भद्रा भी शुरू हो रहा है. भद्रा में राखी बांधना शुभ नहीं होता है. इससे भाई-बहन की उम्र कम होती है. इस दिन भद्रा रात के 8 बजकर 58 मिनट तक रहेगा. राखी रात के समय नहीं बांधी जाती है. इसलिए इस बार रक्षाबंधन 31 अगस्त को मनाया जाएगा.

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