कुंदन कुमार/गया : झारखंड के चतरा जिले से निकलने वाली निरंजना नदी बिहार के गया जिला होते हुए पटना मोकामा घाट से जाकर गंगा नदी में मिल जाती है. निरंजना नदी को फल्गु नदी भी कहा जाता है और इसी नदी के किनारे भगवान महावीर ने वर्षों तक तपस्या की थी. भगवान बुद्ध को इसी नदी के किनारे पीपल वृक्ष के नीचे ज्ञान की प्राप्ति हुई थी. दुनिया भर के सनातन धर्म को मानने वाले लोग अपने पूर्वजों के मोक्ष प्राप्ति के लिए पिंडदान इसी नदी के किनारे करते हैं, लेकिन आपको जानकर आश्चर्य होगा की यह नदी सिर्फ बरसात के दिनों में बहती है.
नमामि निरंजना अभियान की शुरुआत
यह नदी सालों भर बहे इसके लिए भारत सरकार के नेशनल मिशन फॉर क्लीन गंगा ने निरंजना रिवर रिचार्ज मिशन के साथ मिलकर सरकारी गैर सरकारी शैक्षणिक और धार्मिक संगठन को साथ लेकर काम करने के लिए नमामि निरंजना अभियान की शुरुआत की गई है. बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर के द्वारा इसकी शुरुआत की गई है.
इस मौके पर नेशनल मिशन फॉर क्लीन गंगा के महानिदेशक जी अशोक कुमार, प्रमुख सी गंगा, आईआईटी कानपुर डाॅ विनोद तारे, कार्यकारी निदेशक नमामि गंगे विजेंद्र स्वरुप, उप महानिदेशक नमामि गंगे नलीन कुमार श्रीवास्तव, नगर विकास एवं आवास विभाग बिहार सरकार संतोष कुमार मल्ल एवं कई पर्यावरण विद एवं नदी विशेषज्ञ शामिल हुए.
निरंजना नदी को बचाने के लिए सभी को आना होगा साथ
इस मौके पर नेशनल मिशन फॉर क्लीन गंगा के महानिदेशक जी अशोक कुमार ने बताया कि हम सभी मिलकर अगर काम करेंगे तो निरंजना नदी को भी बचाया जा सकता है. इससे पहले हम लोगों ने गंगा नदी को भी काफी हद तक स्वच्छ कर दिया है. हम लोग इस नदी को जीवित करने के लिए मनरेगा से वृक्ष लगवाने का काम करेंगे और इसमें लोगों की जन भागीदारी आवश्यक है. इन्होंने बताया कि बारिश के पानी को संग्रह करके हम लोग नदी में पानी ला सकते हैं.
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राज्यपाल ने जल चेतना यात्रा का किया शुभारंभ
राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने महाबोधि सांस्कृतिक केन्द्र, बोधगया में नमामि निरंजना अभियान का शुभारंभ करते हुए कहा कि निरंजना (फल्गु) नदी के तट पर के वृृक्षों को कटने और इसे गंदा करने जैसी हमारी गलतियों के कारण इसमें पानी नहीं रहा.
देश में निरंजना सहित अनेक नदियां हैं, जिन्हें पुनर्जीवित करने की आवश्यकता है. उन्होंने सभी लोगों से भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने में योगदान करने का आह्वान करते हुए कहा कि हमें नमामि निरंजना अभियान से जुड़कर फल्गु नदी को पुनर्जीवित करने एवं इसे स्वच्छ रखने का संकल्प लेना चाहिए. राज्यपाल ने जल चेतना यात्रा का भी शुभारंभ किया.
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FIRST PUBLISHED : February 20, 2024, 22:37 IST