परमजीत कुमार/देवघर. साल 2024 का दूसरा महीना यानी फरवरी शुरू हो चुका है. ज्योतिषविदों की मानें तो हर महीने में 5 दिन ऐसे होते हैं, जिन्हें सबसे अशुभ माना जाता है. ऐसे दिनों को पंचक कहते हैं. पंचक कई प्रकार के होते हैं जो दिन के अनुसार तय होते हैं. पंचक में कुछ कार्यों को करने की मनाही होती है. इस महीने भी पंचक लगने जा रहा है तो अभी से आप सतर्क रहें.
देवघर के पागल बाबा आश्रम स्थित मुद्गल ज्योतिष केंद्र के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित नंदकिशोर मुद्गल ने बताया कि हर महीने 5 दिन पंचक के रूप में होते हैं. पंचक के दिनों में शुभ कार्यों की मनाही होती है, जैसे आप नए व्यापार का आरंभ नहीं कर सकते हैं. बेटी या बहू अपने ससुराल या घर नहीं जा सकतीं आदि. यदि ऐसे शुभ कार्य किए गए तो अशुभ प्रभाव भी पड़ सकता है.
इस दिन शुरू होगा पंचक
आगे बताया कि पंचक दिन के अनुसार तय होते हैं और उसका महत्व भी अलग-अलग होता है. फरवरी महीने में पंचक 10 फरवरी दिन शनिवार 11 बजकर 15 मिनट से शुरू होगा, जिसका समापन 14 फरवरी शाम 4 बजकर 9 मिनट पर होगा. शनिवार को पंचक की शुरुआत के कारण यह ‘मृत्यु पंचक’ कहलाता है, जो काफी कष्टकारी होता है.
पंचक में क्या न करें
माना जाता है कि पंचक के दिनों में भूलकर भी दक्षिण दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए. क्योंकि, दक्षिण दिशा यम की दशा मानी जाती है. साथ ही पंचक के दिनों में कोई भी नए कार्य की शुरुआत नहीं करनी चाहिए. नए कपड़े का पहनना, घर के छत की ढलाई, नई खाट का निर्माण, गृह प्रवेश आदि. साथ ही पंचक के दिनों में बहू या बेटी अपने घर या ससुराल नहीं जाती हैं.
कैसे लगता है पंचक
ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि धनिष्ठा, पूर्वा भाद्रपद, उत्तरा भाद्रपद, रेवती और शतभिषा इन पांच नक्षत्रों में चंद्रमा के गोचर करने पर पंचक लगता है और यह पांचों नक्षत्र अशुभ माने जाते हैं.
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FIRST PUBLISHED : February 1, 2024, 15:48 IST
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.