कानपुर: प्रेमानंद महाराज मथुरा-वृन्दावन के एक चर्चित संत है. सोशल मीडिया पर हर रोज उनके वीडियो वायरल होते रहते हैं. हर कोई प्रेमानंद महाराज के बारे में अधिक से अधिक जानना चाहता है. आइए जानते हैं आज प्रेमानंद महाराज के बारे में सबकुछ.
प्रेमानंद महाराज का जन्म उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था. प्रेमानंद महाराज का बचपन कानपुर के पास आखरी गांव सरसौल ब्लॉक में बीता है. प्रेमानंद महाराज के माता का नाम श्रीमती रमा देवी एवं पिता का नाम शंभू पांडे है. खास बात यह है प्रेमानंद महाराज के घर में हमेशा से भक्तिमय माहौल रहा है. प्रेमानंद महाराज ने अपना पूरा बचपन भगवान की भक्ति और पूजा पाठ में गुजारा है. उनका बचपन में नाम अनिरुद्ध कुमार पांडे है.
13 साल की उम्र में छोड़ दिया था घर
बता दें, प्रेमानंद महाराज ने 13 साल की उम्र में अपना गांव और घर त्याग दिया था. उन्होंने छोटी सी उम्र में एक सन्यासी का जीवन जीने लगे थे. उन्होंने अपने जीवन का काफी समय वाराणसी में बिताया. ऐसा कहा जाता है कि एक रोज एक अजनबी संत ने प्रेमानंद महाराज को मथुरा में एक रासलीला कार्यक्रम में आने का न्योता दिया. मगर प्रेमानंद महाराज इसमें जाने के मूड में जरा भी नहीं थे.

राधा रानी की करते हैं भक्ति
हालांकि, किसी तरह उस संत ने उन्हें रासलीला में आने के लिए मना लिया. प्रेमानंद महाराज ने जब रासलीला कार्यक्रम को देखा तो वह मंत्रमुग्ध हो गए. इससे पहले उन्होंने कभी रासलीला नहीं देखा था. इसके बाद उन्हें और रासलीला देखने की इच्छा जगी. तब उस संत ने उन्हें वृंदावन के बारे में बताया कि और रासलीला कार्यक्रम देखने हैं तो उन्हें वृंदावन जाना होगा. इसके बाद ही प्रेमानंद महाराज जी ने वृंदावन जाने का मन बना लिया और वह वृंदावन आ गए. तब से लेकर अब तक महाराज जी वृंदावन में ही रहकर राधा नाम का जाप और उनकी भक्ति करते हैं.
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FIRST PUBLISHED : February 28, 2024, 18:56 IST