प्रेग्नेंसी प्लानिंग से पहले क्या खाएं और क्या नहीं, सवाल—जवाब | perfect diet for pregnancy | Patrika News

आराधना: मेरी पहली प्रेग्नेंसी में बच्चे की स्पाइन सामान्य नहीं थी। अब दूसरी प्रेग्नेंसी में ऐसा न हो इसके लिए क्या सावधानियां रखनी चाहिए?

यह एक प्रकार की गंभीर परेशानी है। गर्भावस्था में जन्मजात विकृति स्पाइनल कॉर्ड के अंदर या नर्व टिश्यू में, जिसको हम न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट कहते हैं वो हो जाता है। ये फोलिक एसिड की कमी के कारण होता है। महत्वपूर्ण बात ये है कि फोलिक एसिड हरी सब्जियों के अंदर पाया जाता है। तो अगली प्रेग्नेंसी प्लान करने से 3-4 महीने पहले से ही डॉक्टरी सलाह लें। फोलिक एसिड का सप्लीमेंट नियमित लें। जब आप प्रेग्नेंट होती हैं, तो शुरू के माह में ही फोलिक एसिड लेती रहें। साथ ही कुछ जांचें जो करानी होती है, वो करवा ली जाती हैं जिससे भ्रूण के बारे में सही जानकारी मिल जाती है। अभी जरूरी है कि आप डॉक्टरी सलाह के साथ मौसमी फल-सब्जियां खाएं।

एक महिला पाठक: मेरी उम्र 23 वर्ष है। पिछले एक वर्ष से मेरी माहवारी अनियमित रह रही है। इसको लेकर मुझे किस तरह की सावधानी रखनी पड़ेगी।

इन्होंने स्पष्ट नहीं किया है कि वे विवाहित या अविवाहित हैं क्योंकि इलाज इस बात पर भी निर्भर करता है। अगर अविवाहित हैं तो ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है। कुछ हार्मोन्स के असंतुलन से ऐसा हो जाता है जैसे थायरॉइड हार्मोन या प्रोलेक्टिन हार्मोन। अगर आपने कोई हार्मोन संबंधी दवाई ली है तो भी इससे समस्या हो सकती है। इससे बचाव के लिए आप चाहें तो डॉक्टरी राय ले सकती हैं। इसके अलावा आपको अपनी दिनचर्या में भी कुछ बदलाव करने की जरूरत है। जैसे नियमित व्यायाम करें। मस्क्युलर एक्सरसाइज (मसल्स एक्सरसाइज) हार्मोन्स के असंतुलन को रोकते हैं। हैल्दी डाइट भी इसमें अहम होती है।

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