‘प्रसून जोशी के नाक के नीचे भ्रष्टाचार हुआ’: पहलाज निहलानी बोले- चेयरमैन कभी ऑफिस नहीं आते; फिल्ममेकर ने कहा- CBFC की वजह से घर बिका

मुंबई14 मिनट पहलेलेखक: आशीष तिवारी

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प्रसून जोशी फिलहाल CBFC के चेयरमैन हैं। पहलाज निहलानी उनसे पहले इस पद पर थे। पहलाज ने एक्टर विशाल वाले केस में प्रसून को फटकार लगाई है। - Dainik Bhaskar

प्रसून जोशी फिलहाल CBFC के चेयरमैन हैं। पहलाज निहलानी उनसे पहले इस पद पर थे। पहलाज ने एक्टर विशाल वाले केस में प्रसून को फटकार लगाई है।

तमिल एक्टर विशाल ने गुरुवार को CBFC (सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन) मुंबई के अफसरों पर रिश्वत लेने का आरोप लगाया। उनके इस चौंकाने वाले स्टेटमेंट से इंडस्ट्री में हर कोई स्तब्ध है।

सेंसर बोर्ड के पूर्व चेयरमैन पहलाज निहलानी ने कहा कि आज के वक्त में CBFC में बड़े पैमाने पर करप्शन हो रहा है। यह सब बोर्ड के सीईओ रविंद्र भाकर के संज्ञान में हो रहा है। पहलाज ने कहा कि सेंसर बोर्ड के वर्तमान चेयरमैन प्रसून जोशी कभी ऑफिस नहीं जाते। वो घर पर फाइलें मंगाकर चेक करते हैं।

पूरा मामला तमिल एक्टर विशाल की फिल्म मार्क एंटनी से संबंधित है। उनका आरोप है कि इसी फिल्म के हिंदी वर्जन को सेंसर से पास करवाने के लिए उन्हें मुंबई में बैठे अधिकारियों को 6.5 लाख रुपए की रिश्वत देनी पड़ी।

हमने इस संबंध में ज्यादा और सटीक जानकारी लेने के लिए सेंसर बोर्ड के पूर्व चेयरमैन सहित, दो प्रोड्यूसर्स-डायरेक्टर से भी बात की है। हमने सेंसर बोर्ड के चेयरमैन प्रसून जोशी, सीईओ रविंद्र भाकर और मुंबई सेंसर बोर्ड के रीजनल ऑफिसर महेश पाटिल से इस संबंध में सफाई लेनी चाही, लेकिन अब तक उनका जवाब नहीं आया है।

CBFC भ्रष्टाचारियों का अड्डा बन चुकी है– पहलाज निहलानी
सेंसर बोर्ड के पूर्व चेयरमैन पहलाज निहलानी ने दैनिक भास्कर को एक्सक्लूसिवली कहा, ‘प्रसून जोशी के नाक के नीचे सब हो रहा है। इसकी जांच के लिए एक एंटी करप्शन कमेटी बनाई जानी चाहिए। ऊपर से लेकर नीचे तक हर कोई बिका हुआ है। ऐसे एक नहीं बहुत सारे मामले हैं।

CBFC भ्रष्टाचारियों का अड्डा बन चुकी है। अधिकारियों को पैसे लेने की आदत हो गई है। वे सोचते हैं कि फिल्मस्टार्स इतने पैसे कमाते हैं, अगर थोड़ा बहुत उन्हें मिल गया तो क्या हो गया। वो जानते हैं कि बिना उनके सिग्नेचर से कोई भी फिल्म रिलीज नहीं होगी।

विशाल जैसे बड़े एक्टर के साथ ऐसा हुआ, छोटे प्रोड्यूसर्स की क्या हालत होगी
एक और कन्नड़ फिल्म के साथ ऐसा हो चुका है। मैंने इसके बारे में सीईओ रविंद्र भाकर को रिपोर्ट भी की थी। हालांकि अभी तक कोई रिस्पॉन्स नहींं आया है। सरकार को इस मामले में तुरंत दखल देना चाहिए और पूरी बॉडी बदलनी चाहिए। विशाल एक बड़े एक्टर हैं, जब उनके साथ खुलेआम ऐसा हो रहा है तो छोटे प्रोड्यूसर्स की क्या हालत होती होगी। ‘

पहलाज निहलानी 2015 से 2017 के बीच सेंसर बोर्ड के चेयरमैन रहे थे।

पहलाज निहलानी 2015 से 2017 के बीच सेंसर बोर्ड के चेयरमैन रहे थे।

प्रसून जोशी को इस्तीफा देना चाहिए
पहलाज निहलानी ने आगे कहा, ‘जब घर का बड़ा ही घर पर नहीं होगा तो ऐसी बातें तो सामने आएंगी ही। प्रसून जोशी कभी ऑफिस नहीं आते। इसकी वजह से बोर्ड के अधिकारी निरंकुश हो गए हैं। प्रसून जोशी इसके लिए पूरी तरह जिम्मेदार हैं। उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए। ये लोग प्रोड्यूसर्स का शोषण करते हैं।

मैंने इस ऑफिस में पानी भी अपने पैसे से पी है। मेरे पर अगर प्रेशर होता था तो मैं सीधे रिजाइन देने को तैयार हो जाता था। मैं अपने ऑफिस में किसी बाहरी का हस्तक्षेप स्वीकार नहीं करता था।’

प्रसून जोशी 2017 में CBFC के चेयरमैन बने थे।

प्रसून जोशी 2017 में CBFC के चेयरमैन बने थे।

फिल्म पास कराने में घर-द्वार सब बिक गया- प्रोड्यूसर अतुल पांडे
एक और प्रोड्यूसर अतुल पांडे का कहना है कि सेंसर बोर्ड के अधिकारियों ने उनके साथ भी बहुत गलत किया। उनके दो करोड़ रुपए डूब गए। अतुल ने कहा, ‘मैंने एक फिल्म मनी देवो भव: बनाई थी।

सेंसर बोर्ड वाले मेरी इस फिल्म को A सर्टिफिकेट दे रहे थे। बल्कि उस फिल्म में ऐसा कुछ नहीं था कि जिसके तौर पर उसे A सर्टिफिकेट दिया जाए। 2013 में मेरी फिल्म बन गई थी, लेकिन उसे सर्टिफिकेट मिलने में दो साल लग गए।

इन दो सालों में मेरा सब कुछ बिक गया। मेरे हाथ में सिर्फ 15 हजार रुपए बचे थे। फिल्म बनाने में दो करोड़ रुपए लगे थे, उसका ब्याज बढ़कर 6.5 करोड़ हो गया था।’

अतुल ने आगे कहा, ‘सेंसर बोर्ड के अंदर दलालों का दबदबा है। बोर्ड के पास जो भी फिल्में पहुंचती हैं, उन्हें तुरंत पता चल जाता है। वे प्रोड्यूसर्स को कॉन्टैक्ट करने लगते हैं। वे पैसा लेकर गंदी फिल्मों को पास करा देते हैं, बेचारे छोटे प्रोड्यूसर्स की फिल्में रह जाती हैं। बिना दलालों के वहां एक भी फिल्म पास नहीं हो सकती है।’

सेंसर बोर्ड का रवैया सही नहीं- डायरेक्टर अमित राय
हमने कुछ महीने पहले अक्षय कुमार की फिल्म OMG-2 और सेंसर बोर्ड के बीच भी विवाद देखा। बोर्ड ने कई हफ्तों तक फिल्म को अपने पास लटकाए रखा। बाद में इसे कई कट्स के साथ A सर्टिफिकेट देकर पास किया।

यह फिल्म चूंकि सेक्स एजुकेशन जैसे सेंसिटिव मुद्दे पर बेस्ड थी, इसलिए मेकर्स चाहते थे कि 13 से 18 साल वाले बच्चे भी इसे देखें। हालांकि A सर्टिफिकेट मिलने से ऐसा संभव नहीं हो पाया।

फिल्म के डायरेक्टर अमित राय काफी नाखुश थे। हमने उनसे भी संपर्क साधने की कोशिश की। हम यह जानना चाहते थे कि उनके और सेंसर बोर्ड के बीच क्या बातचीत हुई थी।

अमित ने कहा, ‘सेंसर बोर्ड के व्यवहार से मैं काफी दुखी हूं, इसमें कोई संदेह नहीं है। हालांकि भ्रष्टाचार जैसे मामले में मैं कुछ नहीं कह सकता। हां, यह जरूर है कि मैंने दूसरों की गलतियों का खामियाजा भुगता है। पिछली कुछ फिल्में आईं जिस पर काफी विवाद हो गया था। सेंसर बोर्ड ने उसकी वजह से हमारी फिल्म पर कैंची चला दी। वो डरे हुए थे कि कहीं पब्लिक उनके कपड़े न फाड़ दे।’

OMG-2 11 अगस्त को रिलीज हुई थी।

OMG-2 11 अगस्त को रिलीज हुई थी।

सेंसर बोर्ड से लड़ने में हमारा ही नुकसान
अमित ने आगे कहा, ‘सेंसर बोर्ड में शोषण तो होता है। वो अगर कहेंगे कि हम आपकी फिल्म को पास नहीं करेंगे या काट-छांट कर देंगे तो आप क्या कर लेंगे। हम उनसे लड़ तो नहीं सकते। कोर्ट जाने में हमारा ही नुकसान है।

अगर भ्रष्टाचार जैसे मामले आ रहे हैं तो ऊपर बैठे लोगों को जरूर इस बारे में विचार करना चाहिए। भ्रष्टाचार के मामले आना काफी दुखद है।

अब पूरा मामला समझिए
विशाल ने एक वीडियो शेयर करते हुए बताया कि CBFC के मुंबई ऑफिस में बैठे अफसरों ने उनकी लेटेस्ट फिल्म ‘मार्क एंटनी’ के हिंदी वर्जन का सेंसर सर्टिफिकेट पास करने के लिए 6.5 लाख रुपए रिश्वत की मांग की।

विशाल ने कहा कि सिल्वर स्क्रीन पर करप्शन दिखाया जाना ठीक है पर असल जिंदगी में इसे पचाया नहीं जा सकता।

विशाल ने कहा कि सिल्वर स्क्रीन पर करप्शन दिखाया जाना ठीक है पर असल जिंदगी में इसे पचाया नहीं जा सकता।

विशाल ने कहा कि उनके पास इसके अलावा कोई और ऑप्शन नहीं था क्योंकि इस फिल्म पर काफी कुछ दांव पर लगा है। उन्होंने कहा, ‘मुझे अपनी फिल्म मार्क एंटनी के हिंदी वर्जन के लिए दो ट्रांजेक्शन में 6.5 लाख रुपए देने पड़े। इसमें से 3 लाख रुपए मैंने फिल्म की स्क्रीनिंग और साढ़े 3 लाख रुपए सर्टिफिकेट के लिए दिए।’ पूरी खबर पढें..

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