सर्वेश श्रीवास्तव/अयोध्या: भगवान राम की नगरी में 6 दिसंबर को लेकर साधु संतों ने दीपमाला जलाकर भव्य तरीके से शौर्य दिवस मनाया. हनुमानगढ़ी के मंहत राजू दास के नेतृत्व में साधु संतों ने हनुमानगढ़ी के मंदिर की सीढ़ियों पर 2100 दीपक जलाकर शौर्य दिवस मनाया. प्राण प्रतिष्ठा का उत्साह भी इस बार के शौर्य दिवस में देखने को मिला. इस मौके पर महंत राजू दास ने भगवान राम लाल के राम प्रतिष्ठा के उत्साह में शौर्य दिवस के मौके पर आतिशबाजी भी की है. लगभग 2100 से ज्यादा दीपक हनुमानगढ़ि की सीढ़ियो पर जलाकर के शौर्य दिवस का स्वागत किया.
बताते चलें 6 दिसंबर 1992 को हजारों की संख्या मेंकार सेवक ने विवादित ढांचे का विध्वंस किया था. भगवान राम लला को विवादित ढांचे के विध्वंस के उपरांत ट्रिपल में विराजमान कराया गया था. तब से ही हिंदू समाज शौर्य दिवस मनाता है तो वहीं मुस्लिम समाज काला दिवस मनाता है लेकिन अयोध्या में अब रामलाल का भव्य मंदिर बन रहा है तो हनुमानगढ़ के महंत राजू दास दीप माला जलाकर आतिशबाजी कर इस दिन को याद करते हैं.
दीप जलाकर कारसेवकों को दी गई श्रद्धाजलि
हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने बताया कि मंगल कामना करते हैं क्योंकि श्री राम निर्विवादित रूप से कई हजार राम भक्तों के प्राणों की आहुति देने के बाद मंदिर में बिराजमान होने जा रहै है. इस लिए दीप जलाने के साथ-साथ आतिशबाजी भी हम लोगों ने किया क्योंकि आने वाले जो दिन है वह पूरे दुनिया के लिए शांति समन्वय और सामंजस्य स्थापित करने वाला है. राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण कार्य चल रहा है. राजू दास ने कहा कि जिस प्रकार से संभव नहीं था राम जन्म भूमि मंदिर का निर्माण लेकिन बाबरी कलंक का ढांचा ध्वस्त होना राम भक्तों की सीना छत्ती होना और गर्व की बात है कि इसमें पूरे देश के हर व्यक्ति हिंदू मुसलमान सिख इसाई हर व्यक्ति चाहता था कि मंदिर का निर्माण हो राजनीति बंद हो इसके नाते हम लोगों ने आतिशबाजी किया है.
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FIRST PUBLISHED : December 6, 2023, 21:24 IST