प्रधानमंत्री मोदी ने ब्राजील के राष्ट्रपति लूला को जी20 की अध्यक्षता का ‘गैवल’ सौंपा, समर्थन का वादा किया

बयान में कहा गया, ‘‘उन्होंने खुली, निर्बाध और विश्वसनीय खाद्य आपूर्ति श्रृंखलाओं की आवश्यकता को रेखांकित किया और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से बहुपक्षीय व्यापार नियमों को ध्यान में रखते हुए यह सुनिश्चित करने का आह्वान किया कि कृषि व्यापार एकतरफा प्रतिबंधों और संरक्षणवादी उपायों से प्रभावित न हो।’’

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला डी सिल्वा को जी20 की अध्यक्षता का ‘गैवल’ सौंपा और विश्वास जताया कि ब्राजील वैश्विक एकता और समृद्धि को आगे बढ़ाएगा।
मोदी ने जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन के समापन सत्र में तालियों की गड़गड़ाहट के बीच लूला को औपचारिक गैवल (एक प्रकार का हथौड़ा) सौंपा।
ब्राजील आधिकारिक तौर पर एक दिसंबर को जी20 की अध्यक्षता संभालेगा और अगला शिखर सम्मेलन नवंबर 2024 में समुद्र तटीय शहर रियो डी जनेरियो में आयोजित होने वाला है।
लूला ने रविवार शाम को मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक भी की, जहां दोनों नेताओं ने व्यापार, कृषि और प्रौद्योगिकी क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा देने के तरीकों पर बात की।

लूला ने भारत की सफल जी20 अध्यक्षता के लिए मोदी को बधाई दी और दिसंबर में शुरू होने वाले ब्राजील के कार्यकाल के दौरान नयी दिल्ली के साथ मिलकर सहयोग करने का वादा किया।
बैठक के बाद जारी एक संयुक्त बयान में कहा गया कि दोनों नेताओं ने जी20 में विकासशील देशों की लगातार अध्यक्षता का स्वागत किया, जो विश्व व्यवस्था में ‘ग्लोबल साउथ’ के प्रभाव को बढ़ाता है।
‘ग्लोबल साउथ’ शब्द का इस्तेमाल अक्सर उन विकासशील और अल्प विकसित देशों के लिए किया जाता है, जो मुख्य रूप से अफ्रीका, एशिया और लैटिन अमेरिका में स्थित हैं।
उन्होंने ब्राजील की अध्यक्षता के दौरान तीन आईबीएसए देशों-भारत, ब्राज़ील और दक्षिण अफ़्रीका- को मिलाकर जी20 ट्रोइका के गठन पर संतोष व्यक्त किया।

मोदी ने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर पोस्ट में कहा, ‘‘भारत और ब्राजील के बीच संबंध बहुत मजबूत हैं। हमने व्यापार, कृषि, प्रौद्योगिकी और अन्य क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देने के तरीकों पर बात की। मैंने ब्राजील को आगामी जी20 अध्यक्षता के लिए भी अपनी शुभकामनाएं दीं।’’
बैठक के बाद जारी एक संयुक्त बयान में कहा गया कि दोनों नेताओं ने ब्राजील-भारत रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने और वैश्विक मामलों में अपनी विशिष्ट भूमिका को बनाए रखने की प्रतिबद्धता दोहराई। मोदी और लूला ने विस्तारित संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में अपने देशों की स्थायी सदस्यता के लिए अपने आपसी समर्थन को भी दोहराया।
मोदी ने 2028-2029 कार्यकाल के लिए यूएनएससी की अस्थायी सीट पर भारत की उम्मीदवारी को ब्राजील के समर्थन संबंधी लूला की घोषणा का स्वागत किया।

संयुक्त बयान में कहा गया कि दोनों नेताओं ने प्रमुख वैश्विक खाद्य उत्पादकों के रूप में अपनी भूमिकाओं पर भी प्रकाश डाला और दोनों देशों तथा दुनिया की खाद्य एवं पोषण सुरक्षा की रक्षा के उद्देश्य से, बहुपक्षीय स्तर सहित सतत कृषि और ग्रामीण विकास में सहयोग बढ़ाने के अपने संकल्प की पुष्टि की।
बयान में कहा गया, ‘‘उन्होंने खुली, निर्बाध और विश्वसनीय खाद्य आपूर्ति श्रृंखलाओं की आवश्यकता को रेखांकित किया और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से बहुपक्षीय व्यापार नियमों को ध्यान में रखते हुए यह सुनिश्चित करने का आह्वान किया कि कृषि व्यापार एकतरफा प्रतिबंधों और संरक्षणवादी उपायों से प्रभावित न हो।’’
बयान में कहा गया कि दोनों नेताओं ने भारत और ब्राजील के बीच सैन्य अभ्यास में भागीदारी, उच्च स्तरीय रक्षा प्रतिनिधिमंडलों के दौरे और एक-दूसरे की रक्षा प्रदर्शनी में उद्योग की महत्वपूर्ण उपस्थिति सहित बढ़ते रक्षा सहयोग का भी स्वागत किया।

संयुक्त बयान में कहा गया है कि नेताओं ने दोनों पक्षों के रक्षा उद्योगों को नए सहयोग के रास्ते तलाशने और तकनीकी रूप से उन्नत रक्षा उत्पादों के सह-उत्पादन एवं आपूर्ति श्रृंखला को लचीला बनाने को लेकर संयुक्त परियोजनाएं शुरू करने के लिए प्रोत्साहित किया।

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