राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने रविवार को कहा कि प्रदेश सरकार जनता से किए गए सभी वादों को पूरा करने के लिए संकल्पित है।
भीलवाड़ा में आयोजित ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा‘ शिविर का अवलोकन करने के बाद जनसभा को संबोधित करते हुए शर्मा ने कहा प्रदेश सरकार जनता से किए गए सभी वादों को पूरा करने के लिए संकल्पित है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन शिविरों में प्रदेशवासी भारी संख्या में हिस्सा ले रहे हैं। उनका उत्साह एक जन-आंदोलन का रूप ले रहा है।
उन्होंने कहा कि सरकार बनने के एक माह में ही वादों को धरातल पर उतारने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। एक जनवरी से 450 रुपये में गैस सिलेंडर उपलब्ध करवाने का प्रावधान किया जा चुका है।
इसके साथ ही बेरोजगारों एवं उनके परिजनों की आशाओं को चोट पहुंचाने वालों पर कार्रवाई हेतु विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया जा चुका है।
उन्होंने कहा कि गत वर्षां में पनपे विभिन्न प्रकार के माफिया एवं गैंगस्टर के खात्मे के लिए टास्क फोर्स बनाई जा चुकी है। राजस्थान राज्य की पहचान एक शान्त प्रदेश के रूप में रही है। यहां आपराधिक एवं असामाजिक तत्वों को किसी भी प्रकार की अशांति उत्पन्न करने नहीं दी जाएगी।
शर्मा ने कहा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की प्रगति का लाभ प्रत्येक नागरिक तक पहुंचाने के लिए विकसित भारत संकल्प यात्रा की शुरुआत की है। यह देश के प्रत्येक पात्र नागरिक को आमजन की सहभागिता से जनकल्याणकारी योजनाओं से जोड़कर लाभान्वित करने के लिए शुरू किया गया एक राष्ट्रव्यापी अभियान है।
उन्होंने कहा किइसका मुख्य उद्देश्य उन लोगों तक पहुंचना है जो पात्रता रखते हुए भी योजनाओं के लाभ से वंचित है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भीलवाड़ा जिले में आयोजित शिविरों में लगभग तीन लाख लोगों ने हिस्सा लिया है। जिले में आयोजित शिविरों में लगे स्वास्थ्य शिविरों में करीब 1.80 लाख जांचें हुई हैं। साथ ही, इन शिविरों में लगभग 35 हजार किसान क्रेडिट कार्ड जारी हुए हैं।
उन्होंने इससे पूर्व हरित संगम पर्यावरण मेले में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार पर्यावरण संरक्षण हेतु प्रतिबद्ध है और इस दिशा में सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
हमारे और आपके सम्मिलित प्रयासों से ही स्थिति में आमूल-चूल परिवर्तन हो सकता है।
उन्होंने कहा कि हमें घर में तथा आस-पास अधिक से अधिक पौधें लगाकर अन्य लोगों को भी इस दिशा में प्रेरित करना चाहिए। वृक्ष संरक्षण, सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग बंद करने, पानी की बर्बादी रोकने और बच्चों को पर्यावरण के बारे में जागरूक करने जैसे कदमों से भावी पीढ़ी को हम एक सुरक्षित एवं सुनहरा कल दे सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं आशान्वित हूं कि हरित संगम 2024 का संदेश जन-जन तक पहुंचेगा और लोगों में पर्यावरण संरक्षण को लेकर जागृति पैदा होगी।
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