अनुज गौतम / सागर. अगर कोई काम आप पूरी ईमानदारी निष्ठा और हिम्मत के साथ करते हैं तो आपको उसमें एक न एक दिन सफलता जरूर मिलेगी काम चाहे कितना भी छोटा हो लेकिन वह परिणाम जरूर देगा. ऐसा ही एक उदाहरण है सागर की निशांत साहू जिन्होंने 5 किलो पापड़ बनाकर बेचने की शुरुआत की थी और आज वह महीने का 500 किलो पापड़ बनाकर जिले सहित प्रदेश के अलग-अलग कोनों में सप्लाई कर रहे हैं. निशांत साहू ने कहा कि परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी पढ़ाई भी नहीं उतनी कर पाए थे. परिवार की माली हालत को देखते हुए उन्होंने 5 किलो दाल के पापड़ घर पर हाथ से ही तैयार किया और फिर उसे बाजार में बेचा जिससे उन्हें 100 रूपये का मुनाफा हुआ इसके बाद उन्होंने यह काम धीरे-धीरे बढ़ाना शुरू किया.
भोपाल तक हैं इस पापड़ की डिमांड
10 साल में क्वालिटी और क्वांटिटी अच्छी होने की वजह से यह लोगों की पसंद बनता गया, एक बार खाने के बाद लोग इनके स्वाद के दीवाने होते गए और दूर-दूर तक इसकी डिमांड होने लगी. इस तरह से पापड़ का उद्योग चल पड़ा अब इसकी सप्लाई राजधानी भोपाल तक होती है. इसके बाद उन्होंने अपने दोस्त को भी इसमें पाटनर बना लिया अब हाथों की जगह मशीन से पापड़ तैयार किए जाते हैं और फिर पैकिंग कर सप्लाई होती है. निशांत साहू ने आगे कहा कि इसमें मूंग दाल चना की दाल उड़द की दाल के पापड़ बनाए जाते हैं साथ ही अब वह आलू लहसुन हरी मिर्च के भी पापड़ बनाने लगे हैं, जिस तरह की लोगों की डिमांड होती है. उसे तरह का माल तैयार कर देते हैं. अब उनकी 3 लाख तक की कमाई इससे सालाना हो जाती है.
संघर्ष सफ़लता में जरुर बदलता है
निशांत साहू आज उन लोगों के लिए मिसाल हैं, जो कहते हैं कि उनके पास पैसा नहीं है तो वह कोई बड़ा बिजनेस शुरू नहीं कर सकते है. निशांत का संघर्ष बताता है कि अगर आप छोटी सी चीज से भी कोई शुरुआत करते हैं. जिसे आप पूरी शिद्दत से करें तो संघर्ष सफलता में जरूर बदलता है. कुछ समय जरूर लगेगा लेकिन अच्छा समय भी आएगा इसलिए जो भी आप काम करना चाहते हैं उसे मन लगाकर करें.
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FIRST PUBLISHED : December 8, 2023, 23:47 IST