शुभम मरमट/उज्जैन. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, बसंत पंचमी के दिन कामदेव अपनी पत्नी रति के साथ पृथ्वी पर आते हैं. इस दिन बसंत ऋतु का आगमन होता है. कामदेव लोगों में प्रेम और उमंग का संचार करते हैं. बसंत पंचमी का अवसर कामदेव और रति के पूजन का भी है. जिन लोगों के विवाह में देरी हो रही है, लव लाइफ या दांपत्य जीवन में खटपट रहती है तो इस दिन कामदेव और रति की पूजा करनी चाहिए. इनके पूजा से आपकी लव लाइफ या वैवाहिक जीवन मधुरता आती है.
लवलाइफ या विवाह में देरी के लिए
जिस लड़के या लड़की को लव मैरिज करनी है या उनके विवाह में देरी हो रही है और उनकी योग्यता के मुताबिक जोड़े नहीं मिल रहे हैं, वे इस दिन कामदेव और रति का विधि विधान से पूजन करते हुए 16 श्रृंगार की सामग्री अर्पित करें. ऐसा करने से उनको इन समस्याओं से छुटकारा मिल जाएगा.
भगवान शिव ने कर दिया था कामदेव को भस्म
पंडित आनंद भारद्वाज बताते हैं कि एक बार भगवान शिव ने क्रोध में आकर कामदेव को भस्म कर दिया था. तब रति ने उनसे कामदेव को फिर से सशरीर वापस लाने की गुहार लगाई, तब भगवान शिव ने कहा कि कामदेव अनंग रहेंगे. वे भाव रूप में विद्यमान रहेंगे, द्वापर युग में भगवान श्रीकृष्ण के पुत्र प्रद्युम्न के रूप में उनको फिर से शरीर प्राप्त होगा.
कामदेव पूजा विधि
बसंत पंचमी के अवसर पर आप स्नान के बाद कामदेव और रति की पूजा करें. विवाहित जोड़े या प्रेमी युगल साथ में कामदेव और रति का पीले फूल, गुलाब, अक्षत्, पान, सुपारी, इत्र, चंदन, माला, फल, मिठाई, सौंदर्य सामग्री आदि से पूजन करें. जिनके विवाह में देरी हो रही है, वे रति को 16 श्रृंगार सामग्री चढ़ाएं.
इस मंत्र से करें कामदेव की पूजा
14 फरवरी यानी को बसंत पंचमी को अपनी लवलाइफ खुशहाल बनाने के लिए रोमांस और प्यार के देवता कामदेव के मंत्र ‘कामोअनंग पंचशराः कंदर्प मीन केतनः।। श्री विष्णुतनयो देवः प्रसन्नो भवतु प्रभो।।’ 108 बार जाप करें. ऐसा करने से आप मनचाही लवलाइफ जीएंगे. ऐसी मान्यता है कि इससे कामदेव प्रसन्न होते हैं. प्रेम संबंध मधुर होते हैं. दांपत्य जीवन खुशहाल होता है.
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FIRST PUBLISHED : February 14, 2024, 10:13 IST