कैलाश कुमार/बोकारो. बोकारो के सेक्टर 4 केंद्रीय विद्यालय के सामने स्थित पोस्ट ग्रेजुएट चाय वालास्टॉल काफी फेमस हैं.लोग बोर्ड पड़कर उत्सुकता के साथ स्टॉल पर चाय पीने के लिए पहुंच रहे हैं.स्टॉल के संचालक संतोष ने लोकल 18 से कहा कि वह बोकारो के सेक्टर 3 के रहने वाले हैं.पढ़ाई के साथ उन्हें पार्ट टाइम जॉब करना था. जॉब नहीं मिला तो चाय का स्टॉल लगाना शुरू किया है.लोगों का अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है. रोजाना 25 लीटर दूध की खपत है.
संतोष ने आगे कहा कि उनका सपना बड़ा अफसर बनने का है.पढ़ाई में आर्थित तंगी आड़े आ रही थी.इसलिए वह रोजाना सुबह 8:00 बजे से लेकर शाम 7 बजे तक चाय की दुकान चलाते हैं फिर शाम में घर परप्रवेश परीक्षा की तैयारी भी करते हैं. संतोष ने अपनी पढ़ाई किजानकारी देते हुए बताया कि वर्ष 2010 में मैट्रिक और 2012 में इंटर की पढ़ाई बिहार बोर्ड से पूरी की. फिर उन्होंने 2015 में 2017 तक आईटीआई किया है. फिलहाल वो ओपन यूनिवर्सिटी इग्नू में पीजी की पढ़ाई कर रहे हैं.
ताजा दूध और ब्रांडेड चाय पत्ती करते है उपयोग
वहीं चाय के स्टॉल को खोलने के आइडिया पर संतोष ने बताया कि चाय का स्टॉलकम लागत में शुरू हो जाता है और अधिक मुनाफा होता है. इसमें मेहनत भी कम लगती है. इसलिए उन्होंने चाय का काम शुरू किय. वहीं उनकी चाय कि खासियत है कि वह ताजा दूध और ब्रांडेड चाय पत्ती उपयोग करते हैं. जिससेचाय का स्वाद उभर कर आता है फिलहाल उनकी दुकान पर कप चाय की कीमत 7 रुपये है. वहीं आधे कप चाय की कीमत 5 रुपये है. इसके अलावा वह 10 रूपये में लिट्टी की भी बिक्री करते हैं.वहीं अपने पारिवारिक पृष्ठभूमि को लेकर संतोष ने बताया कि वह किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं. जहां उनके पिता बृजेंद्र सिंह किसान है. वही उनकी मां गृहिणी है. माता पिता का सपना है कि बेटा पढ़-लिखकर कुछ बड़ा करे.वहीं युवाओं को संतोष ने संदेश दिया है की बेरोजगार रहने से अच्छा है कि युवा खुद के बल पर छोटे-मोटे बिजनेस करें. इससे उनके परिवार पर आर्थिक बोझ कम होगाऔर वह आत्मनिर्भर बनेंगे. जिससे उनका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा.
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FIRST PUBLISHED : November 13, 2023, 19:41 IST