पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने किया सरेंडर, 20 मिनट बाद ही जेल से छूटे गए, जानें मामला

पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने किया सरेंडर, 20 मिनट बाद ही जेल से छूटे गए, जानें मामला
ट्विटर/एएनआई


आउटलुक टीम

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने ऊपर लगे आरोप को लेकर गुरुवार शाम को सरेंडर कर दिया, वे जॉर्जिया की एक जेल में पहुंचे थे। उन पर 2020 में अवैध रूप से चुनाव को पलटने की साजिश का आरोप है। ऐसा पहली बार है कि फुल्टन काउंटी जेल में ऐतिहासिक रूप से पहली बार एक पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति का फोटो (मग शॉट) में लिया गया। हालांकि 20 मिनट बाद ही ट्रंप को मुचलके पर रिहा कर दिया गया। इसके बाद ट्रंप न्यू जर्सी के लिए अपनी वापसी उड़ान के लिए हवाई अड्डे पर वापस चले गए।

जेल रिकॉर्ड के अनुसार, पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुकिंग प्रक्रिया को पूरा किया। हालांकि उन्हें 20 मिनट बाद 200,000 डॉलर के बांड और अन्य शर्तों के साथ रिहाई दी गई। इस मामले में सह प्रतिवादियों या गवाहों को डराने का आरोप शामिल है। जॉर्जिया में ट्रंप का आत्मसमर्पण इस वर्ष चौथी बार हुआ है।

रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रंप के सरेंडर करने से पहले जेल के बाहर बड़ी संख्या में उनके समर्थक जमा हो गए थे और विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। पूर्व राष्ट्रपति के समर्थकों ने जिला अटॉर्नी फानी विलिस के खिलाफ नारेबाजी की।

इससे पहले ट्रंप ने कहा था कि वह 2020 में चुनाव को पलटने की योजना बनाने के आरोप में जॉर्जिया प्रांत के जेल अधिकारियों के सामने सरेंडर के लिए तैयार हैं। साल 2020 में जॉर्जिया के चुनाव परिणाम को पलटने की साजिश रचने समित ट्रंप पर एक दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं। इस मामले में ट्रंप और 18 अन्य लोगों को आरोपी बनाया गया है।

जेल से 200,000 अमेरिकी डॉलर के मुचलके पर रिहा होने के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने संवाददाताओं से कहा कि आज जो कुछ भी हुआ वह एक तरह से न्याय का मजाक है। उन्होंने कहा कि हमने कुछ भी गलत नहीं किया। मैंने कुछ भी गलत नहीं किया। वे जो कर रहे हैं वह चुनाव में हस्तक्षेप है।

बता दें कि वह 2024 में राष्ट्रपति पद के नामांकन के लिए रिपब्लिकन पार्टी के अग्रणी उम्मीदवार बने हुए हैं। हालांकि कोर्ट में उनकी मौजूदगी बेहद संक्षिप्त रहने की संभावना है। फुल्टन काउंटी अभियोजन मार्च के बाद से ट्रंप के खिलाफ चौथा आपराधिक मामला है, जब वह अमेरिकी इतिहास में दोषी ठहराए जाने वाले पहले पूर्व राष्ट्रपति बने थे।




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