विक्रम कुमार झा/पूर्णिया. पूर्णिया स्थति मां कामख्या मंदिर में राजकीय कामाख्या महोत्सव मनेगा. इसको लेकर मंदिर में बैठक कर कमेटी सदस्य, ग्रामीण एवं अन्य लोगों ने महोत्सव मनाने के लिए तैयारी का जायजा लिया. 5 से 7 मार्च तक उत्सव का माहौल रहेगा. जानकारी देते हुए मंदिर कमेटी के अध्यक्ष सूर्यकांत मिश्र, राजेंद्र प्रसाद यादव, भोला यादव, आशीष कुमार बब्बू ने कहा इस राजकीय कामाख्या महोत्सव की शुरुवात 2021 से की गई है. उन्होंने कहा इसकी अध्यक्षता धमदहा विधायक लेसी सिंह के आदेशानुसार पुनः आगामी 5, 6 और 7 मार्च को पूर्णिया जिला के केनगर प्रखंड के मजरा पंचायत स्थित मां कामाख्या मंदिर परिसर में आयोजन किया जाएगा.
मेला देखने मेहमानों की हो रही जुटान
जानकारी देते हुए मंदिर परिसर के कमेटी के अध्यक्ष, सदस्य सहित स्थानीय ग्रामीणों भोला यादव, राजेंद्र यादव ने कहा इस पर्व को हम सभी बिहार के लोग धूमधाम से मनाते हैं. साथ ही साथ इस गांव में खुशियों का माहौल रहता है. मौजूद सभी ग्रामीणों ने कहा वार्षिक राजकीय कामाख्या महोत्सव पर्व को हर्षोल्लास के साथ मनाने के लिए गांव घर में लोगों के यहां उनके रिश्तेदार, मेहमान, बेटी दामाद एवं अन्य रिश्तेदारों का आना शुरू हो गया. ग्रामीणों के घरों में सोने की जगह नहीं रहती. ग्रामीणों ने कहा उनके यहां मेहमान भरे होते हैं और खुशहाली का माहौल होता है.
700 साल पुराना मंदिर प्राचीन मान्यताओं से भरा
मौजूद स्थानीय ग्रामीणों ने कहा कामाख्या महोत्सव को राष्ट्रीय कामाख्या महोत्सव का दर्जा 2021 में धमदहा के स्थानीय विधायक लेसी सिंह के द्वारा दिलवाया गया. वहीं इस आयोजन को हर वर्ष धूमधाम की धूमधाम से मनाया जाता है. ग्रामीणों ने कहा कि लगातार तीन दिनों तक भंडारा का भी कार्यक्रम किया जाएगा. वहीं बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए यहां पर खाने की व्यवस्थाएं भी रहेगी.
इस राजकीय कामाख्या महोत्सव मेला को देखने के लिए बिहार, बंगाल और भारत के सटे पड़ोसी देश नेपाल और अन्य जगह से लोग आते हैं. हालाँकि यह मंदिर 700 साल पुराना और ऐतिहासिक प्राचीन मंदिर है. इस मंदिर में आने वाले हर श्रद्धालुओं की निश्चित तौर पर मनोकामनाएं पूर्ण होती है.
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FIRST PUBLISHED : March 5, 2024, 06:40 IST