अभिनव कुमार/दरभंगा. सनातन धर्म में कई ऐसे पर्व त्योहार होते हैं, जो सुहागिन महिला अपने पति के लिए करती है. उसमें से ही एक पर्व करवा चौथ का आता है. जिसमें सुहागिन महिला निर्जला उपवास में रहती है. संध्या काल चलनी के माध्यम से चंद्रमा के दर्शन करती है. इसके पश्चात उसके पति के द्वारा जल ग्रहण करवा कर पर्व को पूर्ण करवाया जाता है. यह पर्व सुहागिन महिला अपने पति की लंबी आयु के लिए करती है. पर कई मिहलाओं को यह पता नहीं है कि थाली में क्या रखने से विशेष लाभ की कृपा होगी. इस पर ज्योतिषाचार्य डॉ.कुणाल कुमार झाने जानकारी दी.
थाली में लड्डू और ध्रुवा जरुर रखें
करवा चौथ को कृष्ण पिंगक्ष्य पर्व भी की कहते हैं. इस पर विशेष जानकारी देते हुए कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर ज्योतिष विभाग के अध्यक्ष डॉक्टर कुणाल कुमार झा बताते हैं कि इस बार 1 नवंबर को करवा चौथ का पर्व हो रहा है. जिसे कृष्णा पिंगक्ष्या चतुर्थी भी कहते हैं. कहीं-कहीं कड़क चतुर्थी भी इस पर्व को लोग कहते हैं. यह पर्व बुधवार दिन पड़ने के कारण और गणेश भगवान का जन्म दिन भी बुधवार को है. इस दिन चौथ भी पड़ रहा है, तो उसे दिन सुहागिन महिला अपने पूजा की थालियां में जो उनकी व्यवस्था हो उसके साथ में उस थाली में लड्डू और ध्रुवा और दुभ को अवश्य रखें.
जानिए क्या है समय
इस बार चंद्र उदय रात्रि 8:27 पर होने वाला है. उसके बाद ही सुहागन महिला अपने पर्व को मना सकती है. गौरतलब है कि करवा चौथ जैसे महान पर्व के इंतजार में महिला पूरे साल रहती है. अपने पति की लंबी आयु के लिए इस व्रत को निर्जला करती है. इस साल में महिला पूरे दिन बिना कुछ खाए पिए यहां तक की जल ग्रहण तक भी नहीं करती है. निखंड निर्जला व्रत रखती है. रात में चंद्र उदय होने के बाद पति के द्वारा जल ग्रहण करवा कर इस पर्व को संपन्न करवाया जाता है.
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FIRST PUBLISHED : October 30, 2023, 18:12 IST