आगरा3 मिनट पहले
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पीड़ित दीपक
आगरा में पुलिस की लचर कार्यप्रणाली का एक और मामला सामने आया है। अहमदाबाद से आगरा आए एक परिवार के बैग से इलेक्ट्रिक बस से चोरी हो गई। पुलिस ने दो थानों के बीच पीड़ित को फुटबॉल बनाया। मुकदमा दर्ज नहीं किया। पीड़ित ने अपने रिश्तेदारों के साथ मिलकर चोरों को तलाशा। पुलिस के हवाले किया। अब पुलिस अन्य चोरों की तलाश में जुट गई है। राजस्थान के धौलपुर के रहने वाले दीपक अपनी पत्नी ऊषा और एक साल के बेटे के साथ 11 मार्च को अहमदाबाद से आगरा कैंट रेलवे स्टेशन उतरे। सुबह करीब 7 बजे आगरा कैंट से ऑटो से वह बिजलीघर गए। बिजलीघर से दीपक सरकारी इलेक्ट्रिक बस से खेरागढ़ पहुंचे। खेरागढ़ में उन्हें कुछ सामान खरीदना था। जब उन्होंने बैग खोला तो वे हैरान रह गए। बैग कटा हुआ था और अंदर रखा सामान गायब था। दीपक बिजलीघर लौटे। यहां पर उन्होंने बिजलीघर पुलिस चौकी पर अपनी शिकायत बताई। पुलिस चौकी पर दीपक से कहा गया कि वह थाना सैंया जाएं और वहीं पर अपनी रिपोर्ट दर्ज कराएं। दीपक थाना सैंया पहुंचे। वहां उनसे कहा गया कि बिजलीघर पुलिस चौकी में रिपोर्ट कराएं। उनकी रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई।
इसी बैग को काटकर चोरी की गई थी
रिश्तेदारों के साथ शुरू की तलाश पुलिस से सहयोग नहीं मिला तो