
मृतक महंत हौशलादास। (फाइल)
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गोरखपुर जिले में खजनी थाना क्षेत्र के खजुरी गांव में संत बनहंवाबाबा आश्रम में महंत हौशिलादास (87) की रहस्यमय हालात में मौत से अब शायद पर्दा नहीं उठ पाएगा। पुलिस का कहना है कि अगर मजिस्ट्रेट का आदेश होगा, तभी शव को बाहर निकाला जाएगा और पोस्टमार्टम होगा, क्योंकि महंत हौशिलादास के परिवार या फिर जिसे उन्हें रखने का अधिकार था, किसी को कोई आपत्ति नहीं है।
पुलिस ने बयानों के आधार पर जांच पूरी कर मौत को स्वाभाविक बताते हुए अपनी रिपोर्ट आला अफसरों को भेज दी है। यह भी कहा है कि यदि इस मामले में तहरीर मिलेगी तो केस दर्ज करके आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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हालांकि अभी तक आरोप लगाने वाले महंत हरीश चंद्र दास ने थाने में कोई तहरीर नहीं दी है। इस वजह से पुलिस अपनी रिपोर्ट तैयार कर तहरीर और अफसरों के आदेश का इंतजार कर रही है। जानकारी के मुताबिक, हौशिलादास की मौत और समाधि होने के बाद सदगुरु कबीर चरण पादुका घासी कटरा के वर्तमान महंत हरीश चंद्र दास ने एसपी को प्रार्थना पत्र देकर हत्या करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि 100 बीघा जमीन के लिए महंत की हत्या कर शव को दफना दिया गया। समाज के लोगों को इसकी सूचना भी नहीं दी गई।