पुतिन के धुर विरोधी एलेक्सी नवलनी के आर्कटिक जेल में बिताए आखिरी हफ्ते, उन्हीं के शब्दों में

पुतिन के धुर विरोधी एलेक्सी नवलनी के आर्कटिक जेल में बिताए आखिरी हफ्ते, उन्हीं के शब्दों में

पुतिन के आलोचक एलेक्सी नवलनी के मौत से पहले आखिरी शब्द.

नई दिल्ली:

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) के सबसे बड़े विरोधी एलेक्सी नवलनी (Alexei Navalny’s Death) की आर्कटिक की जेल में मौत हो गई. एलेक्सी नवलनी ने मौते से पहले अपना अंतिम हफ्ता आर्कटिक सर्कल के ऊपर एक पैनल  कॉलोनी में बिताया. उनकी 19 साल की जेल की सज़ा की मानवाधिकार समूहों और वेस्ट में व्यापक रूप से निंदा की गई, क्योंकि उन्होंने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की आलोचना करने का साहस किया था. 

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अपने वकीलों के जरिए भेजे गए मैसेज के जरिए, एलेक्सी नवलनी ने विशेष रूप से आशावादी और हल्के-फुल्के लहजे में सोशल मीडिया पर नियमित रूप से पोस्ट किए. जीवन के आखिरी हफ्ते में उनके शब्द इस प्रकार थे:

‘हो हो हो’

  • एलेक्सी नवलनी ने 26 दिसंबर को  अपनी नई आर्कटिक जेल कॉलोनी से अपना पहला मैसेज पोस्ट किया, जो मॉस्को के करीब अपनी पूर्व जेल से ट्रासंफर होने के बाद हफ्तों तक गायब रहे. 
  • यमल-नेनेट्स के साइबेरियाई क्षेत्र में बर्फीली IK-3 जेल कॉलोनी,  मॉस्को जेल से करीब 2,000 किलोमीटर (1,200 मील) दूर है, जहां एलेक्सी नवलनी ने अपने अंतिम कुछ हफ्ते बिताए. 
  • नवलनी ने अपने सामान्य चुटीले अंदाज में कहा, “मैं आपका नया दादा फ्रॉस्ट हूं.” 
  • पारंपरिक रूसी शीतकालीन कोट, टोपी और जूते का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, “मेरे पास एक ट्यूलप, एक उशांका है और मेरे पास जल्द ही वैलेंकी होगी.”
  • “मैं अब आर्कटिक सर्कल के ऊपर रहता हूं… लेकिन मैं ‘हो-हो-हो’ नहीं कहता, मैं ‘ओह-ओह-ओह’ कहता हूं. जब मैं खिड़की से बाहर देखता हूं, यहां पहले रात, फिर शाम, और फिर से रात होती है.”
  • नवलनी ने कहा कि वह मॉस्को के करीब मध्य व्लादिमीर क्षेत्र में अपनी पिछली जेल से 20 दिनों की यात्रा से थक गए थे. 
  • “मेरे बारे में चिंता मत करो, सब कुछ ठीक है. मैं बहुत खुश हूं कि आखिरकार मैं यहां पहुंच गया.”
  • लियोनार्डो डिकैप्रियो के बारे में सोच रहा हूं.’
  • कुछ हफ़्ते क्वारंटीन में रहने के बाद, नवलनी ने नई आर्कटिक जेल में अपने हालात के बारे में ज्यादा जानकारी शेयर की.
  • 47 साल के नवलनी ने कहा, “यह विचार कि पुतिन इस बात से खुश थे कि उन्होंने मुझे सुदूर उत्तर में एक बैरक में डाल दिया है और वे मुझे एकांत कारावास में डालना बंद कर देंगे… नासमझी थी.”
  • जेल अधिकारियों ने उनसे कहा: “‘दोषी नवलनी ने अपना परिचय सही तरीके से देने से इनकार कर दिया.” सात दिन एकांत कारावास में”
  • जेल में अपने तीन साल के दौरान नवलनी ने 300 से ज्यादा दिन एकान्त कारावास में बिताए.
  • जेल प्रोटोकॉल के छोटे-मोटे उल्लंघनों के लिए उन्हें 27 मौकों पर वहां जाने का आदेश दिया गया था.
  • सुबह 6:30 बजे घने अंधेरे में रोजाना टहलने की अनुमति मिलने पर, नवलनी ने कहा: “मैंने खुद से वादा किया था कि मैं किसी भी मौसम में बाहर जाऊंगा.”

     

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